केदारनाथ मंदिर में मोबाइल बैन, अब ना ही खींच सकेंगे फोटो, ना ही बनेगी रील
समिति के अध्यक्ष अजेंद्र ने बताया कि केदारनाथ धाम के मंदिर में भी ड्रेस कोड जल्द लागू किया जाएगा।
देहरादून। उत्तराखंड में अब बाबा केदारनाथ धाम में अनर्गल वीडियो और रील बनाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी , क्योंकि केदारनाथ मंदिर के परिसर और गर्भगृह में कैमरा और मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके लिए मंदिर परिसर में साइन बोर्ड भी लगा दिए हैं। यही नहीं जल्द ही मंदिर में दर्शन के लिए ड्रेस कोड भी लागू किया जाएगा।
समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि बाबा केदारनाथ का धाम लाखों तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं की आस्था और आध्यात्मिक केंद्र है, ऐसे में कई देश-विदेश के युवा अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब को अधिक प्रचारित करने के उद्देश्य से केदारनाथ मंदिर के अगल-बगल और फ्रंट में अनर्गल वीडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कई युवकों और युवतियों ने एक दूसरे को प्रपोज करने के उद्देश्य से इस तरह की वीडियोग्राफी की। केदारनाथ धाम की प्रसिद्धि के कारण यह न्यूज़ और अन्य वीडियोज वायरल भी हो जाते हैं, लेकिन अब समिति ने मंदिर परिसर में कैमरा और मोबाइल ले जाने को प्रतिबंधित कर दिया है। ताकि कोई भी इस तरह का कृत्य न कर सके। अगर कोई भी ऐसा करेगा तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी।
समिति के अध्यक्ष अजेंद्र ने बताया कि केदारनाथ धाम के मंदिर में भी ड्रेस कोड जल्द लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अध्यात्म आस्था के पवित्र केदारनाथ धाम में केवल आध्यात्मिक लोग ही प्रवेश करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रसिद्धि पाने के उद्देश्य से वीडियो और अन्य सोशल साइट पर सक्रिय रहने वाले युवाओं-युवतियों के इस तरह के कारनामे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति श्रद्धा के धाम इस तरह के अनर्गल फोटोग्राफी करेगा, उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।