प्रधानमंत्री ने वाराणसी में केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से किया संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रविवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी में शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को सांसद के नाते समय देकर सफल बनाने का दायित्व उनका भी है।
वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रविवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी में शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को सांसद के नाते समय देकर सफल बनाने का दायित्व उनका भी है। आज सांसद और सेवक के रूप में हिस्सा लेने काशी आया हूं।
प्रधानमंत्री ने नदेसर स्थित छोटा कटिंग मेमोरियल परिसर में विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जो योजना बनाती है, जिसके लिए बनाती है, वह योजना बिना परेशानी के उसके पास तक पहुंचे। लाभार्थी को चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। कई लोगों को योजना का अब भी लाभ नहीं मिला है, तो हमने तय किया कि हम पता लगाएंगे तो हिसाब-किताब भी मिल जाएगा। ये यात्रा मेरी भी कसौटी है, मेरी भी परीक्षा है। मैं आपसे सुनना चाहता था कि काम हुआ है कि नहीं। उन्होंने कहा कि गरीब कहता है कि मेरे घर चूल्हा आते ही गरीब और अमीर का भेद मिट गया। पक्का घर मिलते ही आत्मविश्वास बढ़ गया। जिन्होंने आयुष्मान कार्ड का लाभ उठाकर गंभीर से गंभीर बीमारियों के इलाज का फायदा उठाया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा में नंदघर पहुंचे प्रधानमंत्री ने बच्चों से मुलाकात की। छोटे-छोटे बच्चों से संवाद भी किया। बच्चों से सवाल पूछे।
इसके बाद विभिन्न सरकारी योजनाओं के स्टाल पर जाकर उनके बारे में जानकारी ली। लाभार्थियों से भी मिले। उनसे योजनाओं तक आसान हुई पहुंच के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को अपनी कसौटी बताया। उन्होंने कहा कि देश को आजादी कैसे मिली, कोई चरखा चलाता था तो लोग पूछते थे कि चरखा क्यों चलाते हो तो जवाब था देश की आजादी के लिए, खादी क्यों पहनते हो तो जवाब मिलता था आजादी के लिए, उपवास करता हूं तो आजादी के लिए, सफाई का काम करता हूं आजादी के लिए, आजादी का ऐसा बुखार चढ़ गया कि अंग्रेजों को भागना पड़ा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'विकसित भारत' का संकल्प भी लोगों को दिलाया।
यहां से प्रधानमंत्री एक भारत-श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत नमो घाट पर आयोजित तमिल संगमम के द्वितीय चरण का शुभारंभ करेंगे। साथ ही कन्याकुमारी-वाराणसी तमिल संगमम ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री बरेका गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। सोमवार को प्रधानमंत्री चौबेपुर उमरहा में विहंगम योग संत समाज के 100वें वार्षिकोत्सव समारोह में भाग लेंगे। स्वर्वेद महामंदिर धाम के प्रथम चरण के निर्माण का लोकार्पण करेंगे। साथ ही विहंगम योग के प्रणेता सदाफल देव महाराज की 135 फीट ऊंची प्रतिमा की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद सेवापुरी के बरकी में जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां लगभग 19 हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।