गुरुद्वारा की गद्दी पर कब्जे से शुरू हुआ विवाद खूनी संघर्ष में बदला
पंजाब के ऐतिहासिक शहर सुल्तानपुर लोधी के गुरुद्वारा बुंगा साहिब में निहंगा सिंघों तथा पुलिस के बीच चल रही फायरिंग बंद हो गई है। घटना में जहां एक पुलिस कर्मी की मौत हुई है वहीं डीएसपी समेत दस पुलिस कर्मचारी व अधिकारी घायल हो गए हैं । गुरुद्वारा बुंगा साहिब में गद्दी को लेकर शुरू हुई लड़ाई खूनी संघर्ष में बदल गई है। पंजाब में गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व से ठीक पहले हुई इस घटना को लेकर लोगों में दहशत है। यह गुरुद्वारा सुल्तानपुर लोधी के ऐतिहासिक गुरुद्वारे से ठीक सामने है। गुरुपर्व के चलते ज्यादातर गुरुद्वारों में इन दिनों 101 अखंड पाठों की लड़ी चल रही है।
पुलिसकर्मी की मौत, डीएसपी समेत 10 घायल, निहंगों को बातचीत का दिया प्रस्ताव
चंडीगढ़ । पंजाब के ऐतिहासिक शहर सुल्तानपुर लोधी के गुरुद्वारा बुंगा साहिब में निहंगा सिंघों तथा पुलिस के बीच चल रही फायरिंग बंद हो गई है। घटना में जहां एक पुलिस कर्मी की मौत हुई है वहीं डीएसपी समेत दस पुलिस कर्मचारी व अधिकारी घायल हो गए हैं । गुरुद्वारा बुंगा साहिब में गद्दी को लेकर शुरू हुई लड़ाई खूनी संघर्ष में बदल गई है। पंजाब में गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व से ठीक पहले हुई इस घटना को लेकर लोगों में दहशत है। यह गुरुद्वारा सुल्तानपुर लोधी के ऐतिहासिक गुरुद्वारे से ठीक सामने है। गुरुपर्व के चलते ज्यादातर गुरुद्वारों में इन दिनों 101 अखंड पाठों की लड़ी चल रही है।
अब तक हुई जांच में पता चला है कि गुरुद्वारा अकाल बुंगा में बुड्ढा दल के मुखी बाबा बलवीर सिंह 96वें करोड़ी काबिज थे। उन्होंने बाबा निरवैर सिंह ढिल्लो को गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार की जिम्मेदारी सौंपी हुई थी। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे बाबा बुड्ढा दल से अलग हुए गुट के मुखी संत बाबा मान सिंह अपने 15-20 साथियों के साथ गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा साहिब में जबरन दाखिल हो गए । यहां उन्होंने निरवैर सिंह को रस्सियों से बांध लिया और जगजीत सिंह पर हथियारों से वार किए। दोनों का असलहा, मोबाइल व पैसे छीनकर गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा कर लिया। जगजीत सिंह के बयान पर बाबा मान सिंह और उनके 15-20 साथियों पर थाना सुल्तानपुर लोधी में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
बुधवार रात को निहंग सिंह मान सिंह के 10 सेवादारों की ओर से बाबा बलबीर सिंह के दूसरे डेरे गांव बूसोवाल रोड के समीप पीर गेब पर कब्जा करने की कोशिश की गई। इस पर पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर 10 निहंगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि हंगामा करने वालों में कई निहंग अभी भी गुरुद्वारा बुंगा साहिब में छिपे हुए हैं। जिसके चलते गुरुवार की सुबह करीब चार बजे पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंची। पुलिस जैसे ही गुरुद्वारा परिसर के करीब पहुंची तो पहले से घात लगाए निहंगों ने फायरिंग शुरू कर दी। यह फायरिंग करीब 9.30 बजे बंद हुई।
सुल्तानपुर लोधी थाना प्रभारी लखविंदर सिंह के अनुसार फायरिंग में पुलिस कर्मचारी जसपाल सिंह निवासी गांव मनियाला की मौत हुई है। वहीं, घायलों की पहचान डीएसपी भुलत्थ भारत भूषण सैनी, एएसआई सुखदेव सिंह, कांस्टेबल बबलप्रीत सिंह, एएसआई अशोक कुमार, एएसआई गुरमीत सिंह, सुरिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, हरभजन सिंह, रमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह के रूप में हुई है। इन्हें सिविल अस्पताल सुल्तानपुर लोधी में भर्ती करवाया गया है । आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संत सीचेवाल ने अस्पताल पहुंचकर घायल पुलिस कर्मियों का हालचाल पूछा। इस बीच कपूरथला डीसी कैप्टन करनैल सिंह, आईजी जालंधर रेंज एस भूपति, एसएसपी वत्सला गुप्ता समेत आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। निहंगों को बातचीत के माध्यम से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है।