बांग्लादेशी बैंक के गवर्नर ने भी दिया अपने पद से इस्तीफ़ा, पद छोड़ने के बाद से नहीं हो पा रहा उनसे संपर्क
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से तो पद छोड़ने की होड़ ही लग गई है। दोपहर तक में बताया जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट के जज ने इस्तीफ़ा दे दिया है वहीँ शाम होते- होते बैंक के गवर्नर ने भी अपना पद छोड़ दिया है।
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों का उपद्रव इतना ज्यादा बढ़ गया है कि देश के बड़े- बड़े संस्थानों में तैनात लोगों ने भी अपना पद छोड़ दिया है। आज बांग्लादेश बैंक के गवर्नर अब्दुर रउफ तालुकदार ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। ऐसी जानकारी निकल कर सामने आई है कि सोमवार से ही अब्दुर रउफ दफ्तर नहीं आ रहें हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपना इस्तीफ़ा वित्तीय संस्थान प्रभाग के सचिव को भेज दिया था। इस्तीफे के कारण में उन्होंने पर्सनल कारण लिखा है। यह पूरी जानकरी केंद्रीय बैंक मुख्यालय पर हुए हमलों के बीच प्रदर्शनकारियों तक पहुंची। इसी के साथ आपको बता दें कि आज ही मुख्य न्यायालय के जज ने भी अपना पद छोड़ दिया।
4 अन्य डिप्टी गवर्नर ने भी दिया इस्तीफ़ा
शेख हसीना के आवामी लीग वाली सरकार गिरने के बाद वहां उच्च संस्थानों के लोगों ने भी इस्तीफ़ा देना शुरू कर दिया है। 7 अगस्त को अब्दुल रऊफ के साथ चार अन्य गवर्नर ने भी इस्तीफ़ा दे दिया था। अब्दुल रहूफ की बात करें तो वे 12वें गवर्नर बनने से पहले वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव थे। ये भी शेख हसीना के बेहद करीबी मानें जाते हैं। जब से शेख हसीना से इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ा है तब से अब्दुल रऊफ ऑफिस नहीं गए है। और तो और वो अपने निजी आवास पर भी नहीं है। बांग्लादेशी बैंक के अधिकारीयों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि अब्दुल रऊफ कहां हैं।
अब्दुल रऊफ से नहीं हो पा रहा संपर्क
जब से अब्दुल रऊफ ने इस्तीफ़ा दिया है तब से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। किसी को नहीं पता कि वो कहाँ है। उनका फ़ोन भी बंद आ रहा है। आज सुबह प्रदर्शनकारियों के अल्टीमेटम के बाद सुप्रीम कोर्ट के जज ने भी अपना इस्तीफ़ा दे दिया। प्रदर्शनकारी आज सुबह से सुप्रीम कोर्ट को घेर कर खड़े थे। साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर दोपहर 1 बजे तक इस्तीफ़ा नहीं दिया तो आवास पर भी हमला कर देंगे।