नेपाल में शेर शेर बहादुर देउबा का दुबारा प्रधानमंत्री बनना तय, चुने गए संसदीय दल के नेता
एक राजनीतिक दल के रूप में भी नेपाली कांग्रेस 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है
काठमांडू। नेपाल में शेर बहादुर देउबा के पुन: प्रधानमंत्री बनने की संभावना और प्रबल हो गयी है। देउबा एक बार फिर नेपाली कांग्रेस संसदीय दल के नेता चुने गए हैं। नेपाली कांग्रेस की चुनाव समिति ने इस बाबत औपचारिक घोषणा की है।नेपाल में हुए संसदीय आम चुनाव में किसी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में पूर्ण बहुमत के लिए 138 सीटों की जरूरत है, किन्तु नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाला सत्ताधारी गठबंधन सिर्फ 136 सीटें जीत पाया है। एक राजनीतिक दल के रूप में भी नेपाली कांग्रेस 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। विपक्षी सीपीएन-यूएमएल को 78 सीटों पर जीत हासिल हुई है, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व वाली सीपीएन-माओवादी सेंटर को महज 32 सीटें मिल सकीं।
किसी एक दल या गठबंधन को बहुमत के लिए जरूरी सीटें न मिल पाने के कारण नेपाल में नई सरकार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। इस बीच राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी ने सभी राजनीतिक दलों को 25 दिसंबर शाम पांच बजे तक सरकार बनाने का दावा पेश करने को कहा था। इसके बाद सक्रियता बढ़ी और नेपाली कांग्रेस संसदीय दल ने बुधवार को अपने नेता का चुनाव कराया। नेपाली कांग्रेस संसदीय दल के नेता के लिए मौजूदा प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और नेपाली कांग्रेस के महामंत्री गगन कुमार थापा के बीच मुकाबला हुआ।
चुनाव के बाद नेपाली कांग्रेस संसदीय दल नेता निर्वाचन समिति के संयोजक भीष्मराज आडदेम्बे ने शेर बहादुर देउबा के पुन: नेपाली कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने की घोषणा की। उन्होंने जानकारी दी कि देउबा को 64 और थापा को 25 वोट मिले। इस चुनाव में देउबा न सिर्फ जीते, बल्कि संसदीय दल के 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने की बाध्यता भी पूरी की, इसलिए उन्हें संसदीय दल का नेता घोषित किया गया। माना जा रहा है कि देउबा अब सर्वाधिक सीटें जीतने वाले गठबंधन के नेता भी चुन लिए जाएंगे, जिसके बाद वे सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।