Morning Habit: सुबह उठने के बाद मोबाइल नहीं हथेलियों के करें दर्शन, मन और दिमाग रहता है शांत
ऋषि मुनियों के दौर से सुबह जगते ही हथेलियों (Palms) के देखने की परंपरा है, जिसे कर दर्शन (Kar darshan) भी कहा जाता है।;
Kar Darshan Mantra : दिन की शुरुआत अच्छी आदतों के साथ करना चाहिए लेकिन हर कोई की आदत मोबाइल देखने की होती हैं। समय के साथ जागने के साथ आपको पॉजिटिव चीज करना चाहिए इसलिए आज आपको एक खास एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं। सुबह उठने के साथ हाथ देखना चाहिए। ऋषि मुनियों के दौर से सुबह जगते ही हथेलियों (Palms) के देखने की परंपरा है, जिसे कर दर्शन (Kar darshan) भी कहा जाता है। जानिए क्या होते हैं हथेली देखने के फायदे...
सुबह उठने के साथ बिस्तर पर देखें हाथ
आपको बताते चलें कि, सुबह उठने के बाद आपको सोकर उठने के बाद हाथों की हथेलियां देखना चाहिए। इस दौरान आप अपने हाथों को जोड़ें. इस दौरान “कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती, करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम्” मंत्र का जाप करें। यहां पर इस मंत्र का अर्थ होता हैं इस मंत्र का अर्थ होता है कर यानी हमारी हथेलियां के आगे वाले भाग पर देवी लक्ष्मी वास करती हैं, कर मध्य यानी कि हथेली के बीच वाले हिस्से में देवी सरस्वती का वास होता है. वहीं, करमूले यानी कि हथेली के मूल भाग में भगवान विष्णु निवास करते हैं. सुबह हथेलियों के दर्शन करके हम लक्ष्मी, सरस्वती और विष्णु जी को प्रणाम करते हैं।
क्या होती है कर दर्शन की प्रक्रिया
आपको बताते चलें, कर दर्शन की प्रक्रिया होती हैं सुबह जागने के बाद बिस्तर पर बैठे-बैठे ही अपने दोनों हथेलियां को आपस में जोड़कर आंखें बंद करें, इसके बाद दोनों हथेलियां को आपस में रगड़ें और अपने चेहरे पर लगाएं। इसके अलावा इस परंपरा के पीछे यह संदेश होता है कि हम हाथों से ही कर्म करते हैं और कर्म करने से ही हमें सफलता मिलती है, हमारा भाग्य बनता है और जब हम कर्म करेंगे, तो जीवन में सुख शांति और सफलता भी मिलेगी।
मिलता हैं भगवान का आशीर्वाद
आपको बताते चलें कि, कहते हैं कि रोज सुबह हथेली देखने से देवी लक्ष्मी, सरस्वती जी और भगवान विष्णु का ध्यान होता है और इसे सकारात्मक भी बढ़ती है।