भाजपा ने सुनील बंसल को बनाया राष्ट्रीय महासचिव, तेलंगाना-ओडिशा में कमल खिलाने की दी जिम्मेदारी
यूपी में बंसल के नौ साल के कार्यकाल में भाजपा ने लगातार फहराया विजय पताका
नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा सांगठनिक फेरबदल करते हुए उत्तर प्रदेश के महामंत्री संगठन सुनील बंसल को राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को पिछले नौ वर्षों में लगातार चुनावी जीत दिलवाने वाले बंसल को राष्ट्रीय महामंत्री के तौर पर अब तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कमल खिलाने की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है। वहीं उत्तर प्रदेश में उनके स्थान पर झारखंड के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल कार्यभार संभालेंगे।
उत्तर प्रदेश भाजपा के सुनील बंसल ऐसे चेहरा बने जिनके यहां कदम रखने के बाद से भाजपा ने पलट कर नहीं देखा। बंसल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यानी 2013 में आ गए थे। कुछ समय तक वह उप्र के संगठन को वाच करते रहे। फिर अमित शाह और तत्कालीन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी के साथ मिलकर 2014 के मिशन यूपी को फतह करने में जुट गए। उनकी मौजूदगी में यूपी में भाजपा ने लोकसभा का चुनाव लड़ा और ऐतिहासिक जीत हासिल हुई। सहयोगी दलों के साथ भाजपा को 80 में से 73 सीटों पर सफलता मिली।
भाजपा का बनवास खत्म
इसके बाद पार्टी ने पहली बार जिला पंचायत के चुनावों में जोर आजमाइश की। इसमें भी पार्टी का अनुभव ठीक रहा। इसके बाद उप्र में भाजपा का बनवास खत्म करने का विधानसभा चुनाव आया। उप्र के 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में करीब तीन दशक बाद उप्र में किसी दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेहद करीबी माने जाने वाले सुनील बंसल ने उनका कभी भरोसा नहीं टूटने दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब उप्र में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन करके सामने आईं तो भाजपा के लिए चुनाव जीत पाना एक चुनौती थी। इस विपरीत परिस्थिति में भी संठन को मजबूती से खड़ा करने में बंसल ने अहम भूमिका निभाई। भाजपा गठबंधन को इस बार भी 80 में से 63 लोकसभा सीटों पर जीत मिली।
लगातार दूसरी बार सरकार
इतना ही नहीं यूपी भाजपा ने इनके रहते एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। तीन दशकों में जो कोई दल नहीं कर पाया था, भाजपा ने 2022 में लगातार दूसरी बार सरकार बनाकर, वह भी कर दिखाया। जानकारों का मानना है कि बंसल की कार्यप्रणाली उप्र में राजनीतिक रूप से सूखा झेल रही भाजपा को उबारने में मददगार साबित हुई है। पार्टी ने प्रोन्नत करते हुए उनको राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व सौंपा है। बंसल के राष्ट्रीय महामंत्री बनने के बाद से कई प्रकार के कयास भी लगाए जाने लगे हैं।
सुनील बंसल ने इन नौ वर्षों में उप्र भाजपा की कार्यपद्धति में बड़ी तब्दीली ला दी है। जानकारों का मानना है कि पहले उप्र भाजपा में निर्णय लेने में बहुत खींचतान देखने को मिलती थी। बंसल ने संगठन के हित में फैसला लेने में कोई गुरेज नहीं की। उनका स्पष्टवादी होना भी भाजपा कार्यकर्ताओं को अच्छा लगा। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेयी कहते हैं कि सुनील बंसल ने उत्तर प्रदेश में लगातार कमल खिलाया। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाकर उपहार दिया है। इसके साथ ही सियासी रूप से भाजपा के लिए तीन सूखे राज्यों तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कमल खिलाने का दायित्व भी सौंपा है। हम सबको भरोसा है कि उन राज्यों में भी उत्तर प्रदेश की ही तरह कमल जरूर खिलेगा।