देश को बेहतर बनाने के लिए दीन दयाल जी के योगदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Update: 2020-09-25 06:59 GMT

नई दिल्ली। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज यानी शुक्रवार को 104वीं जयंती है। एकात्म मानववाद जैसी विचारधारा और अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज 101वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना के स्थापना दिवस के मौके पर उनकी जयंती के अवसर पर हिस्सा लिया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

-उन्होंने कहा कि आजादी के अनेक दशकों तक किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगे, बड़े-बड़े घोषणा पत्र लिखे गए, लेकिन समय की कसौटी ने​ सिद्ध कर दिया है कि वो सारी बातें कितनी खोखली थीं, सिर्फ नारें थे। देश अब इन बातों को भली भांति जानता है।

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली सरकार वादों और कानूनों का एक जटिल जाल बनाती थी जिसे किसान या मजदूर कभी समझ नहीं सके। लेकिन भाजपा नीत राजग सरकार ने इस स्थिति को बदलने की लगातार कोशिश की है और किसानों के कल्याण के लिए सुधार पेश किए हैं।

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को एक देश और समाज के रूप में बेहतर बनाने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के योगदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है। भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को उन्होंने जो रास्ता दिखाया है, उससे हममें आत्मविश्वास पैदा होता है।

ट्विटर पर इसकी घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ''पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्श हमें गरीबों की सेवा करने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव सुनिश्चित करने की प्रेरणा देते हैं। उनकी जयंती पर कल 25 सितंबर की सुबह 11 बजे देश भर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करूंगा। इस ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री ने डिजिटल माध्यम से होने वाले इस कार्यक्रम का लिंक भी साझाा किया। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नगला चंद्रभान ग्राम में 25 सितंबर 1916 को जन्में उपाध्याय भाजपा की स्थापना के समय से ही उसके वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा स्रोत रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल को जयंती पर नमन करते हुए कहा उनकी प्रदान की गई एकात्म मानववाद और अंत्योदय की प्रगतिशील दृष्टि संगठनात्मक कार्यों की नींव है तथा प्रत्येक कार्यकर्ता का पथ प्रदर्शन करती है। वहीं पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि- देशभर में फैले भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं को श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने जो हमें मार्ग दिखाया है, उस रास्ते पर हम पूरे समर्पित भाव से हम आगे बढ़ पाएं।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जब अपनी स्नातक स्तर की शिक्षा हासिल कर रहे थे, उसी वक्त वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संपर्क में आये और वह आरएसएस के प्रचारक बन गये। हालांकि प्रचारक बनने से पहले उन्होंने 1939 और 1942 में संघ की शिक्षा का प्रशिक्षण लिया था और इस प्रशिक्षण के बाद ही उन्हें प्रचारक बनाया गया था।

वर्ष 1951 में भारतीय जनसंघ की नींव रखी गई थी और इस पार्टी को बनाने का पूरा कार्य उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर किया था। भारतीय राजनीति में ''एकात्म मानववाद के दर्शन को प्रस्तुत करने वाले उपाध्याय का मानना था कि हिन्दू कोई धर्म या संप्रदाय नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय संस्कृति हैं। भाजपा आज भी उनके विचारों का अनुसरण करती है और हर वर्ष उनकी जयंती को व्यापक स्तर पर मनाती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 104वें जयंती समारोह के अवसर पर राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।

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