मुस्लिम देश में बना पहला हिंदू मंदिर, भव्यता देख मुरीद हुए विदेश मंत्री, जानिए क्या है खासियत
अबुधाबी। संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबूधाबी में अरब देशों के पहले हिंदू मंदिर का निर्माण हो रहा है। संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिन की यात्रा पर पहुंचे भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर निर्माणाधीन मंदिर पहुंचे। उन्होंने निर्माण कार्य का जायजा लेने के साथ तेजी से हो रहे मंदिर निर्माण पर खुशी जाहिर की।
मंदिर देखने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि गणेश चतुर्थी के मौके पर निर्माणाधीन अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मंदिर के तेज काम को देखकर काफी खुशी हुई.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि मंदिर के कंस्ट्रक्शन साइट पर बीएपीएस संस्था की टीम, श्रद्धालुओं और वहां पर काम कर रहे वर्करों से मुलाकात भी हुई।
विदेश मंत्री जयशंकर तीन दिन की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा पर पहुंचे हैं। इसी बीच गणेश चतुर्थी पर जयशंकर अबूधाबी में स्वामीनारायण संप्रदाय द्वारा बनाए जा रहे मंदिर को देखने पहुंचे। इसके बाद जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि गणेश चतुर्थी पर अबूधाबी में निर्माणाधीन मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। तेजी से प्रगति देखकर खुशी हुई। उन्होंने मौके पर मौजूद स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायियों और भक्तों तथा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। विदेश मंत्री ने इस मंदिर को शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक बताया। उन्होंने इस प्रतिष्ठित मंदिर के निर्माण में सहयोग करने वाले सभी भारतीयों के प्रयासों की सराहना की।
शिला पूजन -
जयशंकर के निर्माणाधीन मंदिर दौरे के बाद संयुक्त अरब अमीरात स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर इसे डॉ. एस. जयशंकर की यात्रा की शुभ शुरुआत बताया। दूतावास ने लिखा कि विदेश मंत्री ने अबूधाबी मंदिर का दौरा किया और इसकी जटिल वास्तुकला में एक ईंट रखी। उल्लेखनीय है कि संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबूधाबी में स्वामीनारायण मंदिर का निर्माण स्वामीनारायण संस्था द्वारा किया जा रहा है। दुनियाभर के हजारों भक्तों, शुभचिंतकों और मेहमानों ने वर्ष 2018 में अबूधाबी के अबू मुरीखेह इलाके में मंदिर के शिला पूजन समारोह में भाग लिया था।
कैसा है मंदिर -
अबू धाबी के मंदिर को काफी भव्य बनाया गया है। इसके निर्माण के लिए पत्थरों को भारत से यूएई भेजा गया था। जिन पर एक खास मुहर के साथ उन पर शानदार नक्काशी भी की गई है.55 हजार स्क्वायर मीटर जमीन पर ये मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। इस मंदिर में मूर्तियों की स्थापना की जा चुकी है लेकिन अभी कुछ हिस्सों का निर्माण कार्य अधूरा है। जोकि पूरा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि साल 2024 तक आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.