Organic Holi Colour: होली में घर पर इन तरीकों से बनाएं ऑर्गेनिक गुलाल, स्किन को नहीं होगा कोई खतरा
रंग की बात की जाए तो आजकल केमिकल रंगों की भरमार देखने के लिए मिलती है जिससे स्किन और शरीर को नुकसान पहुंचने का खतरा सताता है।;
Holi organic Colour: होली का त्योहार आने वाले दिन से शुरू हो जाएगा इसके साथ ही रंगों का त्योहार होली 14 मार्च को मनाया जाएगा। इस खास दिन के मौके पर हर कोई एक - दूसरे को रंग लगा कर खुशियां मनाते हैं। रंग की बात की जाए तो आजकल केमिकल रंगों की भरमार देखने के लिए मिलती है जिससे स्किन और शरीर को नुकसान पहुंचने का खतरा सताता है।
अगर आप केमिकल रंगों की बजाय ऑर्गेनिक रंग लगाते है तो आपको परेशानी नहीं होती हैं चलिए जानते हैं घर पर कैसे तैयार कर सकेंगे रंग।
जानिए घर पर किन तरीकों से बनाएं रंग
आपको बताते चलें कि, होली का रंग आप हर्बल तरीके से बना सकते है इससे बनाकर आप 100 प्रतिशत फायदा पा सकते हैं।
1. हरा गुलाल
यहां पर ऑर्गेनिक तरीके से हरा रंग बनाना भी काफी आसान है। इसके लिए आप ताजे पालक को सुखाकर उसका पाउडर बना लें इसके बाद इसमें बराबर मात्रा में अरारोट मिलाकर मुलायम गुलाल तैयार करें। अगर आप रंग की मात्रा बढ़ाना चाहते है तो मेहंदी पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यह नेचुरल हो।
2. गुलाबी या लाल गुलाल
यहां पर ऑर्गेनिक रंग आप बना सकते हैं इसे घर पर बनाना भी बेहद आसान है। इसके लिए आप चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर धूप में सुखा लें, सूखने के बाद इसे मिक्सर में पीस लें और बारीक पाउडर बना लें,अब इसमें अरारोट पाउडर मिलाएं ताकि गुलाल मुलायम बने।
3. पीला गुलाल
लाल और हरे रंग की बजाय आप पीला गुलाल भी आसानी से बना सकते हैं। यहां पर आप ऑर्गेनिक के लिए हल्दी पाउडर में बेसन मिलाकर गुलाल तैयार करें. हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा के लिए फायदेमंद हैं।
4. नीला गुलाल
यहां पर नीला गुलाल बनाना भी काफी आसान है। यहां पर नीला रंग बनाने के लिए आप गुलमोहर के नीले फूलों को सुखाकर उनका पाउडर बना लें. इसमें अरारोट मिलाकर हल्का और सुरक्षित गुलाल तैयार करें।
जानिए ऑर्गेनिक गुलाल के फायदे
आपको बताते चलें कि, ऑर्गेनिक गुलाल को होली पर लगाते हैं तो आपको किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है।
* स्किन और बालों को हानिकारक केमिकल से बचाता है.
* पर्यावरण के लिए सुरक्षित है क्योंकि इसमें कोई टॉक्सिक पदार्थ नहीं होता.
* बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी सुरक्षित हैं।