क्या जापान में आ चुके हैं एलियंस? जानिए क्या है सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं इन तस्वीरों का सच
Pillars of Light: हाल ही में जापान के कुछ इलाकों में एक ऐसी घटना देखने को मिली जिससे कारण लोगों ने एलियन्स की बात करना चालू कर दी। दरहसल यह घटना जापान के एक छोटे से कस्बे टाटोरी की है जहां आसमान में लाइट के 9 से अधिक दिखाई दिए। ये पिलर्स सामान्य नहीं थे इसलिए लोगों ने इनकी तुलना एलियन्स से कर दी।
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई खबर
जापान के अलग-अलग हिस्सों से ली गई Pillars of Light की यह फोटो तेजी से वायरल हुई और नेटिजन्स ने इसे एक अजूबा मानकर एलियन के विमान से तुलना कर दी। कुछ लोगों की लगा कि यह एलियन्स द्वारा किया गया कारनामा है।
Light pillars are an atmospheric optical phenomenon in which vertical beams of light appear to extend above and/or below a light source. Sometimes they even appear as detached from the source.
— Massimo (@Rainmaker1973) May 20, 2024
These ones were spotted over Daisen, a coastal town in Japan. pic.twitter.com/Hyhbf0tte6
#ufotwitter “Pillars of Light” in Japan 🇯🇵 could be cylinder fleet IMHO. pic.twitter.com/69hJUFZSZZ
— Fernando Jimenez (@Arnfden0) May 22, 2024
आखिर क्या है इस घटना की सच्चाई
यह घटना किसी एलियन्स दृवारा नहीं बल्कि ना 'इसारिबी कोचू' का परिणाम थी।
इसरिबी कोचू एक प्राकृतिक प्रकाश प्रदर्शन है जो मुख्य रूप से जापान के तटीय क्षेत्रों में होता है। जापान टुडे के अनुसार, ऐसा तब होता है जब मछुआरे रात के समय मछली पकड़ने के दौरान मछलियों को आकर्षित करने के लिए चमकदार रोशनी का उपयोग करते हैं, जिसे "इसरिबी" कहा जाता है। विशिष्ट वायुमंडलीय परिस्थितियों में, जैसे कि हवा में बर्फ के क्रिस्टल की उपस्थिति होती है तो ये रोशनी प्रकाश स्तंभ बनाने के लिए प्रतिबिंबित होती हैं।
इस घटना को होने के लिए साफ मौसम, कम तापमान और वातावरण में उच्च बर्फ के क्रिस्टल के संयोजन की आवश्यकता होती है। ।
वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार मौसम और फिजिक्स के नियमों से मिलकर यह घटना अकसर जापान मेंं होती है। फिजिक्स के अनुसार जब समुद्री तट पर तापमान अचानक ही इतना कम हो जाता है कि बादलों में मौजूद जलवाष्प क्रिस्टल के रूप में जमने लगते हैं और यह दृश्य दिखाई देता है।
11 मई को हुई घटना के दौरान जापान का मौसम कुछ ऐसा था जिससे वहां का तापमान काफी कम था और जापान के तटों पर लाइट हाउस द्वारा समुद्र में तेज लाइट डाली जा रही थी। जिसका परिणाम यह हुआ कि यह लाइट वायुमंडल में रिफ्लेक्ट हुई और खंभे की तरह दिखाई देने लगी।