पुरुलिया में पीएम ने ममता सरकार पर साधा निशाना, कहा - भाजपा की सरकार आना तय
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सरकार गठन के लिए पूरी ताकत झोंक रही भारतीय जनता पार्टी के लिए गुरुवार को पुरुलिया में प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्ला भाषा में अपने संबोधन की शुरुआत की। बांग्ला में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां पुरुलिया में आप लोगों के बीच आकर बहुत गौरव महसूस हो रहा है। उन्होंने क्षेत्र के मनीषियों को नमन करते हुए कहा कि आज जब पूरा देश आजादी का स्वर्णिम उत्सव मना रहा है तब इस मिट्टी के क्रांतिकारियों के योगदान को नमन करने का मन करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुरुलिया में लोगों को पानी की समस्या सबसे ज्यादा है। सबसे पहले वामपंथियों ने यहां शासन किया लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया। यहां किसानों को सिंचाई और पशुओं के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलता। महिलाओं को दूर-दूर जाकर पानी लाना पड़ता है। 10 वर्षों की तृणमूल सरकार ने भी इसके सुधार के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा की सरकार आएगी तो इन तमाम समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने पिछले दस सालों में पुरुलिया को पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया। राज्य सरकार की भेद-भव वाले रवैये की वजह से पुरुलिया में जल संकट की स्थिति पैदा हुई। उन्होंने कहा कि पानी की जिस किल्लत का सामना पुरुलिया वासियों को करना पड़ रहा है, उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। इस सरकार ने पुरुलिया को पूरी तरह से उपेक्षित रखा ।
पीएम ने कहा कि पिछले 10 सालों के कार्यकाल में तृणमूल सरकार पुरुलिया में एक पुल तक नहीं बना सकी और आज विकास की बातें कर रही है। उन्होंने कहा कि पुरुलिया को जल संकट से उबारना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2 मई के बाद जब बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी तो राज्य के विकास की गति को तेजी दी जाएगी। राज्य में केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि केंद्र के साथ राज्य में भी भाजपा की सरकार बनने से बंगाल का चहुमुखी विकास होगा।
जंगलमहल के लोगों का जीवन स्तर सुधारने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए पीएम ने कहा इस पूरे क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत बांग्ला भाषा में करते हुए कहा की रांगा माटी के देश में आकर मैं खुद को भाग्यवान महसूस कर रहा हूं।