जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को पीएम स्वनिधि योजना के उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया और उनकी मेहनत व प्रयासों को सराहा। पहली बार रेहड़ी, खोमचा, ठेला आदि का संचालन करने वाले जैसे गरीब व्यवसायियों के लिए इस प्रकार की योजना लागू की गई है। इस अवसर पर पीएम ने कहा की योजना के लाभार्थियों से बात करने के दौरान यह अनुभव महसूस हुआ कि सबको एक खुशी भी है और एक आश्चर्य भी है। उन्होंने कहा कि पहले तो नौकरी पेशा वालों को भी लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते थे। गरीब आदमी रेहड़ी, ठेले वाला तो बैंक के भीतर जाने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। लेकिन आज बैंक खुद चलकर उनके पास आ रहा है। बिना किसी दौड़ भाग के अपना काम शुरू करने के लिए लोन मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी लाभार्थियों को उनके काम के लिए आत्मनिर्भर होकर आगे बढ़ने के लिए, उत्तर प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि योजना के लाभार्थियों से बात करने के दौरान यह देखने को मिला बहुत कम पढ़े लिखे और सामान्य गरीबी में जीने वाली हमारी लाभार्थी बहन प्रीति कितने आत्मविश्वास के साथ आधुनिक टेक्नोलॉजी को भी सीख रही है। वह अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है और पूरे परिवार को भी साथ लेकर उनकी चिंता कर रही है।
हमारे देश की ताकत है-
इसी प्रकार वाराणसी के लाभार्थी अरविंद ने जो बात बताई वह सीखने वाली है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जतायी कि देश के पढ़े लिखे लोग इस बात को जरूर सीखेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद शारीरिक दूरी का पालन करने वाले लोगों को एक चीज मुफ्त देते हैं। यह कितना बड़ी बात है। एक छोटा व्यक्ति कितना बड़ा कार्य कर सकता है, इससे बड़ी प्रेरणा क्या हो सकती है।उन्होंने ने कहा कि इसी तरह जब लखनऊ के विजय बहादुर से बात की गई तो वह ठेला चलाते हैं। लेकिन, बिजनेस का मैनेजमेंट, मॉडल, कैसे समय को बचाते हुए काम को बढ़ाना है, उन्होंने बेहद बारीकी से पकड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा यही हमारे देश की ताकत है। इन्हीं लोगों से देश आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे रेहड़ी, ठेले वाले साथी इसके लिए सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं। मेरा आभार व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन मैं इसका श्रेय सबसे पहले हमारे सभी बैंकों, उनके कर्मियों की मेहनत को देता हूं। बैंक कर्मियों की सेवा भावना के बिना यह कार्य इतने कम समय में इतना बड़ा काम नहीं हो सकता था। प्रधानमंत्री के उद्बोधन से पूर्व पीएम स्वनिधि योजना पर तैयार फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
'प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना'-
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज प्रदेश के 651 स्थानीय निकायों की संस्थाओं में प्रदेश के 2,74,000 पटरी व्यवसायी प्रधानमंत्री मार्गदर्शन और प्रेरणा से 'प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना' के अंतर्गत ऋण वितरण सुविधा से कोरोना कालखंड में अपने त्योहार और पर्व सफलतापूर्वक मना पाएंगे।बता दें की भारत सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी से प्रभावित रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं को पुनः आजीविका से जोड़ने के लिए 'पीएम स्वनिधि योजना' 01 जून को प्रारम्भ की गई है। उत्तर प्रदेश में अब तक पीएम स्वनिधि योजनान्तर्गत 07 लाख से अधिक पंजीकरण पोर्टल पर प्राप्त हुए हैं, जिसके सापेक्ष लगभग 6.40 लाख से अधिक ऑनलाइन आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं एवं 3.62 लाख से अधिक आवेदन पत्र स्वीकृत हुए हैं। अब तक 2.62 लाख पथ विक्रेताओं को ऋण वितरित किए गए हैं, जिसे बढ़ाकर 03 लाख करने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश पीएम-स्वनिधि योजना के अन्तर्गत ऑनलाइन पंजीकरण, ऋण स्वीकृति एवं ऋण वितरण में देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश के 07 नगर निगम-वाराणसी, लखनऊ, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, गाजियाबाद आदि योजना के अन्तर्गत देश के टाॅप-10 नगर निगमों में सम्मिलित हैं।