उप्र में 17 महीने बाद खुले प्राइमरी स्कूल, बच्चों का टीचर्स ने किया स्वागत
लखनऊ। कोरोना काल के चलते लम्बे समय से बंद चल रहे सभी विद्यालय बुधवार से खुल गये। इसी के साथ विद्यालयों में पसरा सन्नाटा भी टूट गया। सुबह आठ बजे लगभग चार माह बाद अपने अभिभावकों के साथ विद्यालय पहुंचे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
कोराना प्रोटोकाल का पालन कराते हुए अध्यापकों औैेर विद्यालय प्रबंधन ने भी बच्चों का गर्मजोशी से स्वागत कर अभिवादन स्वीकार किया। कोरोना गाइड लाइन के अनुसार बच्चों ने मुंह पर मास्क पहन प्रार्थना में भाग लेने के बाद कक्षा में पढ़ाई की। विद्यालय प्रबंधन और प्रधानाचार्य ने भी कक्षाओं को पहले से ही सैनिटाइज करा लिया था। लम्बे समय बाद दोस्तों से मिले बच्चे देर तक खिलखिलाते रहे। विद्यालय में बच्चों के बीच चॉकलेट और टॉफी भी वितरित की गई। कुछ विद्यालयों में बच्चों का स्वागत बैंड की धुन पर किया गया। इससे बच्चों में भी उत्साह देखा गया।
बताते चलें कि, प्रदेश शासन के निर्देश पर कक्षा एक से पांच तक की कक्षाएं आज से विधिवत शुरू हो गईं । इसके पहले चरणबद्ध तरीके से छठवीं कक्षा के ऊपर के सभी कक्षाएं पहले से ही संचालित हो रही हैं। क्लासरूम में सीटों के बीच की दूरी का ध्यान दिया गया है। कक्षाएं शुरू होने पर अध्यापकों ने बच्चों को शारीरिक दूरी, मास्क पहने, हाथों को सैनिटाइज कराने के लिए प्यार से बच्चों को समझाया। स्कूल आने वाले बच्चों की थर्मल स्कैनिंंग की जा रही है। कक्षाओं में प्रवेश से पहले बच्चों के शरीर के तापमान की जांच की जा रही है। बीमार बच्चों को अभिभावकों के साथ घर भेज दिया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक से पांच तक के विद्यालयों में शिक्षण कार्य दो पालियों में होगा। पहली पाली सुबह आठ बजे से 11 बजे तक, जबकि दूसरी पाली सुबह 11:30 बजे से चल रही है।