राकेश टिकैत के बदले सुर, कहा- कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं, ठुकराया प्रस्ताव
6 फरवरी को चक्का जाम
नईदिल्ली। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद अब किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम करने की घोषणा की है। चक्का जाम करने की घोषणा के बाद से ही दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने अब किसानों को रोकने के लिये बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
इसके साथ ही बॉर्डर से लगे खेतों में भी 10 से 12 फीट गहरे गड्ढे खोदे जा रहे हैं, ताकि किसान बॉर्डर को पार ना कर सके। दिल्ली पुलिस के जरिए दिल्ली उत्तर प्रदेश स्थित यूपी गेट बॉर्डर को पहले ही सील किया जा चुका है और अब दिल्ली पुलिस बॉर्डर के आसपास लगे खेतों में भी 10 से 12 फीट गहरे गड्ढे खोद रही है। बॉर्डर बंद होने की स्थिति में आम लोग इन रास्तों का प्रयोग कर बॉर्डर को पार कर रहे थे, लेकिन अभी के समय दिल्ली पुलिस की तरफ से खेतों में गहरे गड्ढे खोद दिए। जिसके कारण बॉर्डर से आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी है। गहरे गड्ढे खोदने के साथ-साथ दिल्ली पुलिस द्वारा बॉर्डर पर नुकीले कील लगाए जा रहे है।
राकेश टिकैत ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव -
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर नया नारा दिया है। उन्होंने कहा की 'कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं'। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा की तीनों कानून वापस हो और एमएसपी की की गारंटी मिले तभी किसान उठेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अक्टूबर तक भी खत्म नहीं होगा।