Delhi: आशा किरण होम में 14 बच्चों की मौत से दिल्ली में सनसनी, LG वीके सक्सेना और मंत्री आतिशी ने दिए जांच के आदेश
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि उसने आशा किरण आश्रय गृह में हाल ही में हुई मौतों के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।
Asha Kiran Home: नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों के लिए चल रहे सरकारी शेल्टर में जुलाई के महीने में 14 बच्चों की मौत की ख़बर है। इस खबर ने देश की राजनीति में खलबली मचा दी है। बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है। वहीं, AAP ने घटना को लेकर जांच के आदेश दिए हैं।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि उसने आशा किरण आश्रय गृह में हाल ही में हुई मौतों के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। आशा किरण आश्रय गृह दिल्ली सरकार द्वारा संचालित मानसिक स्वास्थ्य सुविधा देता है। आश्रय गृह में रहने वाले बच्चों की कथित तौर पर “स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण” के कारण मौत हुई है।
मालीवाल ने कहा, "पिछले 20 दिनों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह में 13 मौतें हुई हैं। कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जब मैं डीसीडब्ल्यू में थी, तो मैंने यहां स्थिति का निरीक्षण किया था। यहां स्थिति बहुत खराब है क्योंकि यहां न तो उचित स्टाफ है और न ही उचित डॉक्टर हैं। शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य सुविधा में हाल ही में हुई मौतों की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को 48 घंटे के भीतर मामले की रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।
इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "आशा किरण में 450 लोग बिना उचित भोजन, पानी और दवा के रह रहे हैं। आतिशी को दूषित पानी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।"