Health News: मासिक धर्म के दौरान इन गलत धारणाओं पर न करें भरोसा!
Health News: आज के दौर में जब विज्ञान और चिकित्सा ने इतनी प्रगति कर ली है, तब भी मासिक धर्म को लेकर समाज में कई तरह की गलतफहमियां बनी हुई हैं।;
Health News: आज के दौर में जब विज्ञान और चिकित्सा ने इतनी प्रगति कर ली है, तब भी पीरियड्स को लेकर समाज में कई तरह की गलतफहमियां बनी हुई हैं। अफसोस की बात यह है कि पढ़ी-लिखी महिलाएं भी कई बार इन मिथकों पर विश्वास कर लेती हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन धारणाओं का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और यह केवल परंपराओं या अज्ञानता के कारण समाज में फैली हैं।
पीरियड्स के दौरान नहाने से ब्लड फ्लो बढ़ जाता है
कई लोग मानते हैं कि इस समय नहाने से शरीर कमजोर हो सकता है या रक्तस्राव ज्यादा हो सकता है। लेकिन यह पूरी तरह से गलत धारणा है। विशेषज्ञों का कहना है कि हल्के गुनगुने पानी से नहाने से शरीर को राहत मिलती है, तनाव कम होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है।
पीरियड्स के दौरान रसोई में नहीं जाना चाहिए
कुछ समुदायों में महिलाओं को इस दौरान किचन में जाने या खाना बनाने से रोका जाता है। यह परंपरा पुराने समय में महिलाओं को आराम देने के लिए बनाई गई थी, लेकिन धीरे-धीरे यह एक अंधविश्वास बन गई। मेडिकल साइंस के अनुसार, मासिक धर्म के दौरान महिलाओं की कार्यक्षमता प्रभावित नहीं होती और वे सामान्य रूप से अपने रोजमर्रा के काम कर सकती हैं।
पीरियड्स में एक्सरसाइज करने से सेहत बिगड़ सकती है
कई महिलाएं इस दौरान वर्कआउट करने से बचती हैं, यह सोचकर कि इससे कमजोरी आ सकती है। जबकि, सच यह है कि हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग और योग करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में राहत मिलती है।
इस दौरान बाल धोने से सेहत पर असर पड़ता है
अभी भी कई महिलाएं मानती हैं कि पीरियड्स के दौरान सिर धोने से सर्दी-जुकाम हो सकता है या शरीर में कमजोरी आ सकती है। जबकि हकीकत यह है कि स्वच्छता बनाए रखना इस समय और भी ज्यादा जरूरी होता है। डॉक्टर्स भी इस दौरान नियमित रूप से नहाने और बाल धोने की सलाह देते हैं।