कश्मीर में बसंत पंचमी के अवसर पर 31 साल बाद गूंजी शीतल नाथ मंदिर की घंटिया

Update: 2021-02-17 03:56 GMT

श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवाद का अंत होने के साथ यहां शांति और विकास का माहौल बनता जा रहा है।  आतंकवाद के दौर में बंद हुए मंदिरों के पट दोबारा खुलना शुरू हो गये है।  इसी कड़ी में श्रीनगर के हब्बा कदल इलाके में स्थित शीतल नाथ भैरव मंदिर 31 साल बाद भक्तों के लिए खुल गया।  

बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार को यहां घंटियों की गूंज सुनाई दी। मंदिर में स्थित हवं कुंड में आग प्रज्ज्वलित हुई और भक्तों ने हवन किया।  मंदिर में उपस्थित एक भक्त ने बताया की "मंदिर को हिंदुओं के उग्रवाद और बहिष्कार के कारण बंद कर दिया गया था। आज, हमने यहां पूजा करने का फैसला किया।" 

दरअसल, अनुच्छेद 370 खत्म होने एवं  केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद कल मंगलवार को सनातन धर्म शीतलनाथ आश्रम सभा ने मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया। बता दें की साल 1990 में घाटी में आतंकवाद के चरम सीमा पर पहुंचने के बाद कश्मीरी पंडित यहां से पलायन कर गए थे।  जिसके बाद से सभी मंदिरों में ताले लगे हुए है। जिन्हें अब दोबारा खोला जा रहा है।  


Tags:    

Similar News