सिंघु बॉर्डर पर किसान और ग्रामीणों के बीच पथराव, एसएचओ सहित 5 पुलिस कर्मी घायल
- पांच लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया
- 17 जिलों में इंटरनेट बंद
नईदिल्ली। गाजीपुर बॉर्डर के बाद किसान आंदोलन का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र सिंघु बॉर्डर पर आज एक बार फिर हिंसा हो गई। राजमार्ग खाली करने पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों ने किसान नेताओं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद यह लोग किसानों के टेंट तक पहुंचे और उनके टेंट उखाड़ने लगे। जिसके बाद किसान और स्थानीय लोगो के बीच झड़प और पथराव शुरू हो गया।
किसानों और ग्रामीणों के बीच शुरू हुई झड़प के बाद बिगड़ते हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों ने पुलिस के तलवार से हमला करना शुरू कर दिया। जिसमें अलीपुर एसएचओ के सिर में किसी ने तलवार मार दी।एसएचओ के साथ पांच अन्य पुलिस जकर्मी भी चोटिल हुए है। पुलिस एसएचओ को अस्पताल लेकर गई है। यहां अभी माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है।
बताया जा रहा है की पिछले 2 माह से यहां चल रहे आन्दोलन से स्थानीय लोगों में रोष है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की आंदोलन की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही व्यापार -धंधा भी चौपट हो गया है। उनका कहना है की आंदोलन की वजह से कई लोग बेरोजगार हो गए है।
एसएचओ की हालत गंभीर -
गामे में अलीपुर थाने के एसएचओ सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये। अलीपुर थाने के एसएचओ प्रदीप पालीवाल के हाथ पर तलवार से हमला किया गया है।फिलहाल उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पांच लेयर का सुरक्षा घेरा -
पुलिस सूत्रों की मानें तो सुरक्षा को देखत हुए पुलिस ने सिंघु बार्डर पर धरनास्थल से दिल्ली की सीमा में करीब तीन किलोमीटर तक के दायरे में पांच लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया था। प्रत्येक लेयर में अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। प्रत्येक लेयर में इनकी संख्या करीब 200 से 250 के बीच है। सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ से दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
17 जिलों में इंटरनेट बंद -
दिल्ली में बवाल होने के बाद हरियाणा के 17 जिलों में आगामी आदेश तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। हालांकि कॉलिंग सेवा जारी है।