एयर इंडिया की बिक्री को सरकार ने किया खारिज, कहा - अभी निर्णय होना बाकी
नई दिल्ली। एयर इंडिया ने टाटा संस की बोली को स्वीकार करने की खबर को ख़ारिज कर दिया। सरकार ने कहा की मीडिया रिपोर्ट्स गलत है। फ़िलहाल इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकारी सूत्रों ने बताया की इसे लेकर जबकि कोई निर्णय होगा जानकारी दे दी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक एयर इंडिया का रिजर्व प्राइस 15 से 20 हजार करोड़ रुपये तय किया गया था। टाटा समूह ने एयर इंडिया के लिए स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह से ज्यादा की बोली लगाई थी। इस तरह लगभग 68 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी हो गई है। एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 थी। उसके बाद से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि टाटा समूह एयर इंडिया को खरीद सकता है।
टाटा ने 1932 में शुरू की थी एयर इंडिया -
टाटा समूह ने एयर इंडिया को 1932 में शुरू किया था। टाटा समूह के जेआरडी टाटा इसके फाउंडर थे। जेआरडी टाटा खुद पायलट थे। उस वक्त इसका नाम टाटा एयर सर्विस रखा गया। साल 1938 तक कंपनी ने अपनी घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थी। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इसे सरकारी कंपनी बना दिया गया। आजादी के बाद सरकार ने इसमें 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी।उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया के विनिवेश के लिए जो कमेटी बनी है, उसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और सिविल एविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं।