Vastu Door Design: वास्तु के अनुसार घर के मुख्य दरवाजे की सही डिज़ाइन चुनने की आसान टिप्स

Update: 2024-08-16 03:10 GMT

जब हम अपने घर की बात करते हैं, तो दरवाजे का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होता है। दरवाजा सिर्फ घर में आने-जाने का रास्ता नहीं है, बल्कि यह हमारे घर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत भी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही तरीके से चुना गया दरवाजा हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति ला सकता है। आइए जानते हैं कि घर के दरवाजे की सही डिज़ाइन कैसे चुने

मुख्य दरवाजे की दिशा का ध्यान रखें

घर का मुख्य दरवाजा किस दिशा में खुलता है, यह बहुत मायने रखता है। वास्तु के अनुसार, उत्तर, पूर्व, या उत्तर-पूर्व दिशा में दरवाजा होना सबसे अच्छा माना जाता है। इन दिशाओं में दरवाजा होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। अगर दरवाजा इन दिशाओं में नहीं है, तो वास्तु दोष को ठीक करने के लिए विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।

दरवाजे की ऊंचाई और चौड़ाई

मुख्य दरवाजे की ऊंचाई और चौड़ाई भी वास्तु के अनुसार होनी चाहिए। दरवाजा न तो बहुत बड़ा होना चाहिए और न ही बहुत छोटा। एक सामान्य दरवाजे की ऊंचाई लगभग 7 फीट और चौड़ाई 3 से 4 फीट होनी चाहिए। इससे घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का संतुलन बना रहता है।

दोहरा दरवाजा

अगर आपके घर का मुख्य दरवाजा बड़ा है, तो दोहरा दरवाजा (Double Door) का विकल्प चुन सकते हैं। यह न केवल सुरक्षा बढ़ाता है, बल्कि घर में शांति और स्थिरता भी लाता है। ध्यान रखें कि दोनों दरवाजे एक ही दिशा में खुलने चाहिए, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बाधित न हो।

दरवाजे का रंग और डिज़ाइन

मुख्य दरवाजे का रंग और डिज़ाइन भी वास्तु के हिसाब से चुना जाना चाहिए। हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम, या हल्का नीला दरवाजे के लिए अच्छे माने जाते हैं। ये रंग शांति और सकारात्मकता का प्रतीक होते हैं। दरवाजे पर कोई धार्मिक प्रतीक जैसे स्वस्तिक या ओम का चिन्ह लगाना भी शुभ होता है। इससे घर में सौभाग्य आता है।

दरवाजे के सामने की साफ-सफाई

मुख्य दरवाजे के सामने की जगह साफ और सुनी होनी चाहिए। दरवाजे के पास किसी भी प्रकार का कूड़ा-करकट, गंदगी या अव्यवस्थित चीजें नहीं होनी चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक सकता है। दरवाजे के दोनों तरफ पौधे या दीपक लगाना भी शुभ होता है।

दरवाजे की सामग्री का चुनाव

दरवाजे की सामग्री भी बहुत मायने रखती है। लकड़ी के दरवाजे को सबसे शुभ माना जाता है। यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल होता है, बल्कि इससे घर में गर्मजोशी और सुकून का माहौल भी बनता है। अगर लकड़ी के दरवाजे का चुनाव नहीं कर सकते, तो मजबूत और टिकाऊ सामग्री का उपयोग करें, जो सुरक्षा भी दे और वास्तु दोष से भी बचाए।

दरवाजे का खुलने का तरीका

मुख्य दरवाजे का बाहर की तरफ खुलना वास्तु के अनुसार शुभ होता है। इससे घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अच्छा बना रहता है। इसके अलावा, दरवाजे का खुलने और बंद होने का तरीका भी सही होना चाहिए। दरवाजे को चिकना और बिना आवाज के खोलना और बंद करना चाहिए।

दरवाजे पर सजावट

दरवाजे पर सजावट करना भी अच्छा माना जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सजावट में कोई नुकीली चीजें या तीखे किनारों वाली चीजें नहीं होनी चाहिए। ये नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती हैं। दरवाजे पर फूलों की माला, तोरण, या अन्य शुभ वस्तुएं लगाना बेहतर होता है।

घर के मुख्य दरवाजे की सही डिज़ाइन: वास्तु के अनुसार चुनने के आसान टिप्सअगर संभव हो तो मुख्य दरवाजे के ऊपर एक छोटा सा छज्जा (छाया देने वाला हिस्सा) लगवाएं। यह घर के अंदर आने वाली ऊर्जा को नियंत्रित करता है और बारिश, धूप जैसी चीजों से सुरक्षा भी देता है। यह वास्तु के हिसाब से घर को मजबूत बनाता है।

लेखक और प्रकाशक इस लेख में दी गई जानकारी के किसी भी प्रकार के उपयोग से उत्पन्न होने वाले परिणामों के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। पाठकों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी का उपयोग अपने विवेक से करें।

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