पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप, सड़कों पर उतरे युवा, भोपाल में व्यापमं, इंदौर में कलेक्ट्रेट घेरा
ग्वालियर के एक ही कॉलेज सेंटर से सात टॉपर मिलने से कांग्रेस ने लगाएन गड़बड़ी के आरोप
भोपाल। मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी के विरोध में छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को इंदौर-भोपाल सहित पूरे प्रदेश में पटवारी और अन्य भर्ती में गड़बड़ी के खिलाफ छात्र सड़क पर उतर आए। इंदौर में नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के नेतृत्व में हजारों की संख्या में विद्यार्थियों ने दोपहर में कलेक्टर ऑफिस का घेराव कर दिया। भोपाल में भी कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जमा हुए और पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए गेट पर बैठ गए।
इंदौर में गुरुवार को सैकड़ों अभ्यर्थी रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यहां धरना दिया। इस आंदोलन में कई कोचिंग क्लास संचालक भी मौजूद रहे। छात्रों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए जमकर नारेबाजी भी की। कलेक्टर से मिलने के लिए प्रदर्शनकारी छात्र तीन घंटे तक सड़क पर ही बैठे रहे। घेराबंदी के चलते कलेक्टर ऑफिस इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। जाम लग गया। एसडीएम अंशुल खरे ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्टर इलैयाराजा टी को ज्ञापन देते हुए छात्रों ने मांग की थी कि यदि पटवारी भर्ती में फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच नहीं हुई तो अगली बार सीएम हाउस का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि कानून बनाकर पेपर लीक के दोषी को उम्रकैद की सजा कराई जाए।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस के गेट पर 'रघुपति राघव राजा राम' भजन गाया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर से मिलने के लिए इंतजार करेंगे। जब तक नहीं आएंगे कलेक्टर तब तक ये लड़ाई जारी रहेगी। यहीं बैठे रहेंगे। हम बैरिकेड के बाहर ही रहेंगे, किसी तरह का उपद्रव नहीं करेंगे। काफी देर तक जब कलेक्टर नहीं आए तो एसडीएम अंशुल खरे को ज्ञापन देकर चले गए। छात्रों ने चयन को दूषित मानते हुए दोबारा परीक्षा कराने और मामले की जांच की मांग की। प्रदर्शन का नेत़ृत्व कर रहेराधे जाट ने बताया कि ईमानदारों पर ही कार्रवाई होती है, इस सरकार में भ्रष्टाचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
भोपाल में 400 से ज्यादा अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
इधर, भोपाल में भी कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में पटवारी अभ्यर्थी जमा हुए। पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए 400 से ज्यादा अभ्यर्थी दफ्तर के गेट पर बैठ गए। मध्यप्रदेश बेरोजगार संघ के उपाध्याक्ष अजय पांडे ने कहा कि 2017 के बाद से लगातार समस्याएं हो रही हैं। हमने शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्टर को आवेदन दिया है। सात दिन का समय दिया है। अगर इस मामले में जांच नहीं हुई, तो हम एक सप्ताह बाद जंबूरी मैदान पर आंदोलन करेंगे। हम भोपाल से दिल्ली तक जाएंगे।
ये है कारण -
दरअसल, प्रदेश में हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम आए हैं। इसमें चयनित टाप-10 में से सात पटवारी ग्वालियर के एनआरआई कालेज के सेंटर से ही चुने गए हैं। इसे लेकर चयन सूची पर सवाल खड़े हो गए हैं। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। वहीं, भाजपा ने इसे कांग्रेस का षड्यंत्र बताया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि पटवारी परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह मध्य प्रदेश को बदनाम करने का षड्यंत्र है।