भोपाल, विशेष संवाददाता। पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधव राव सिंधिया के देहांत के बाद कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए मप्र सरकार के पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ल ने शुक्रवार 5 जून को भाजपा को छोडक़र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के हाथों एक बार फिर से कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। खास बात यह रही कि उन्हें सदस्यता दिलाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस कार्यालय आना उचित नहीं समझा तो उन्हें कांग्रेस में वापस लौटाने वाले सभी कांग्रेसी नेता श्री शुक्ल को साथ लेकर कमलनाथ के शासकीय आवास पर सदस्यता दिलाने पहुंचे। उनके साथ मेहगांव से समाजवादी पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी रहे सेवानिवृत्त उप पुलिस अधीक्षक सुरेश सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
उल्लेखनीय है कि सन् 1980 से 1998 के बीच ग्वालियर की भितरवार (वर्तमान में ग्वालियर गिर्द ) विधानसभा से तीन बार चुनाव जीतकर वे मप्र की अर्जुन सिंह, मोतीलाल बोरा और दिग्विजय सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। वे दो विधानसभा चुनाव भितरवार से तथा वर्ष 2003 में तीसरा चुनाव ग्वालियर विधानसभा से भाजपा के नरेन्द्र सिंह तोमर के खिलाफ लड़े, जिसमें उन्हें 35 हजार से अधिक मतों से पराजित होना पड़ा था। इस दौरान वर्ष 2001 में तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया के विमान दुर्घटना में मृत्यु के बाद कांग्रेस में उपेक्षित हुए तो उन्होंने पहले बहुजन समाज पार्टी का दामन थामा, लेकिन थोड़े ही समय में बसपा से मोहभंग हुआ तो उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। भाजपा सरकार ने उन्हें राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का अध्यक्ष बनाया था। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों सहित भाजपा में शामिल हो जाने के बाद भाजपा के असंतुष्ट नेताओं को खोजने में लगी कांग्रेस के नेताओं ने उनसे संपर्क कर उन्हें भाजपा छोडक़र कांग्रेस में वापस लौटने के लिए राजी कर लिया। चर्चाएं हैं कि कांग्रेस की ओर से उन्हें ग्वालियर पूर्व से विधानसभा उप चुनाव में टिकट का आश्वासन भी दिया गया है।
भाजपा में आहत हुआ: शुक्ल
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद बालेन्दु शुक्ल ने कहा कि भाजपा की जनविरोधी और निरंकुश नीतियों के कारण मैंने भाजपा छोड़ी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता केवल अपने स्वार्थ की राजनीति करते है और इस कारण मैं बहुत ही आहत हुआ हूं। मेरे स्वभाव में राजनीति स्वार्थ से परे है। मैं पूरी निष्ठा के साथ कार्यकर्ता के रूप में पार्टी का कार्य करूंगा और पार्टी जो भी दायित्व सौंपेगी उसका ईमानदारी से निर्वहन करूंगा।
यह कांग्रेसी नेता रहे उपस्थित
बालेन्दु शुक्ल को वापस लौटाने में स्थानीय कांग्रेसी नेता अशोक सिंह और विधायक लाखन सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस अवसर पर यह दोनों नेता भी उपस्थित रहे। साथ ही पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, विजय लक्ष्मी साधौ, रामनिवास रावत, उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, प्रकाश जैन, महामंत्री राजीव सिंह, मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा आदि उपस्थित रहे।