मप्र में अब मरीज नहीं होंगे परेशान, सरकार Air Ambulance से पहुंचाएगी अस्पताल
मुख्यमंत्री ने एयर एंबुलेंस सेवा का किया शुभारंभ
भोपाल। मध्यप्रदेश में अब आम मरीजों को भी एयर एंबुलेंस की सुविधा मिल सकेगी। यानी उन्हें कम समय में हेलिकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट कर अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के मंच से वर्चुअली "आपातकालीन एयर एम्बुलेंस सेवा" की शुरुआत की। इस सेवा का नाम बदलकर प्रधानमंत्री एयर एंबुलेंस सेवा किया गया है। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विशेष रूप से मौजूद रहे।
र्यक्रम में बताया गया कि प्रदेश के छोटे शहरों में गंभीर बीमारी से पीड़ितों को बड़े शहरों के अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एयर एम्बुलेंस उपलब्ध होगी। इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में स्थित अस्पतालों के लिए एयर एम्बुलेंस चलाई जाएगी। अभी तक इसका उपयोग सिर्फ संपन्न व्यक्ति ही कर पाते हैं। सरकार सफल हुई तो सरकारी सेवकों एवं आम जनों के लिए भी एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया जाएगा।
सरकार देगी छूट -
यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है, ताकि एयर एम्बुलेंस की आवश्यकता होने पर मरीज के स्वजन को परेशान न होना पड़े। इसमें जो शुल्क लगता है, उसमें सरकार द्वारा कुछ छूट भी दी जाएगी। इसमें विभिन्न कंपनियों से टेंडर के माध्यम से अनुबंध किया जाएगा। कंपनियों को इसकी प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। बाद में राज्य सरकार एयर एम्बुलेंस की खरीदी कर अपने विमानन बेड़े में शामिल करेगी।
समय पर मिलेगा इलाज -
एयर एम्बुलेंस की शुरुआत होने से सड़कों और औद्योगिक स्थलों पर होने वाली दुर्घटनाओं, हृदय रोगी अथवा जहर से प्रभावित व्यक्तियों को अच्छे चिकित्सा संस्थानों में समय पर इलाज मिल सकेगा। एयर एम्बुलेंस सेवा में हृदय रोग, श्वास और तंत्रिका संबंधी बीमारियों, नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य समस्याएं, उच्च जोखिम वाले गर्भधारण तथा आपदाओं की स्थिति को संभालने के लिए प्रशिक्षित एवं सुसज्जित टीमें होंगे।