प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना गरीबों के लिये वरदान साबित हुई : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल। कोरोना संक्रमण के दौर में गरीबों की आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिये रेहड़ी-पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वालों की समस्याओं को देखते हुए प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना जून माह से लागू की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश के हितग्राहियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई देते हुए उनकी सराहना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना प्रारम्भ कर गरीबों के लिये यह योजना वरदान साबित हुई है। प्रदेश में एक लाख से अधिक हितग्राहियों को अभी तक राशि वितरित कर रोजगार मुहैया कराया है। प्रधानमंत्री ने वीसी के माध्यम से इन्दौर जिले के सांवेर निवासी छगनलाल, ग्वालियर निवासी अर्चना शर्मा और रायसेन सांची निवासी डालचन्द कुशवाह से संवाद कर योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्वनिधि योजना का लाभ लेने वाले प्रदेश के समस्त हितग्राहियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें चर्चा के दौरान हितग्राहियों में विश्वास और उम्मीद दिखाई दी और उनके श्रम और आत्मबल से वे बेहद खुश हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कम समय में योजना लागू कर प्रदेश के एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है, वह बधाई के पात्र हैं। लॉकडाउन के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वाले अपना जीवन यापन करने के लिये काम नहीं कर पा रहे हैं, इस वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस समस्या को देखते हुए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना लागू की है। स्ट्रीट वेण्डर आत्मनिर्भर निधि के अन्तर्गत रेहड़ी-पटरी वालों को अपना काम दोबारा से शुरू करने के लिये सरकार के द्वारा 10 हजार रुपये का लोन मुहैया कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा की प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना के अलावा भारत सरकार की अन्य मुख्य योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति लेनदेन में डिजिटल का अधिक से अधिक उपयोग करें। सरकार का प्रयास हो देश का प्रत्येक गरीब आत्मनिर्भर बने। कोरोना महामारी के चलते प्रत्येक व्यक्ति सावधानी, सुरक्षा, सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का विशेष ध्यान दे।
स्वनिधि योजना में संभाग में 12 हजार से अधिक हितग्राहियों को ऋण वितरित -
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के उप संचालक एसके रेवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के प्रारम्भ से अब तक उज्जैन संभाग में 12 हजार से अधिक हितग्राहियों को उनके स्वयं के रोजगार स्थापित करने के लिये ऋण उपलब्ध कराये गये हैं। उज्जैन संभाग के उज्जैन जिले में 3274, आगर-मालवा में 802, देवास में 2784, मंदसौर में 1815, नीमच में 1266, रतलाम में 2076 और शाजापुर जिले में 575 रेहड़ी-पटरी वाले विक्रेताओं को ऋण उपलब्ध कराया गया है। यह प्रक्रिया निरन्तर जारी रहेगी।