औद्योगिक विकास द्वारा लोगों को रोजगार दिलाना हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री
सीएम ने किया 300 करोड़ लागत की पाइप निर्माण इकाई का शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास कर अधिकाधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदला और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने में मध्यप्रदेश अधिकतम भागीदारी करेगा। उद्योगों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य को जल्दी हासिल किया जा सके। यह बात मुख्यमंत्री ने रविवार को भोपाल से पच्चीस किलोमीटर दूर रायसेन जिले में दीवानगंज के निकट ग्राम जमुनिया खेजड़ा में करीब 300 करोड़ की लागत से वेलस्पन समूह द्वारा स्थापित पाइप एवं प्लेट्स एंड क्वाईल निर्माण इकाई के शुभारंभ कार्यक्रम में कही। इस इकाई से करीब 1500 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर विचार -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उद्योगों में महिलाओं का रोजगार प्रतिशत बढ़ाएंगे। इसके लिए उद्योगपतियों से चर्चा कर नीति तैयार की जाएगी। राज्य सरकार उद्योगपतियों के परामर्श से उद्योगों में महिलाओं की भागीदारी का प्रतिशत बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करेगी। उन्होंने वेलस्पन समूह द्वारा रोजगार में लगभग पचास प्रतिशत महिलाओं को स्थान देने के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि समूह का यह नवीन संयंत्र महिलाओं की भागीदारी का श्रेष्ठ उदाहरण बनेगा।
नया इंडस्ट्रियल एस्टेट बनेगा जमुनिया-
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमुनिया क्षेत्र रायसेन जिले का दूसरा महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र है। पहले सभी उद्योग मण्डीदीप में ही लगाए जाते रहे हैं। मण्डीदीप के समान्तर इस क्षेत्र का औद्योगिक विकास होने से इस नए इंडस्ट्रियल एस्टेट में अन्य इकाईयां आएंगी। कुछ इकाईयां तो आ भी चुकी हैं। इस संपूर्ण क्षेत्र की अर्थव्यस्था में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में निवेश आमंत्रण दिए जाने के बाद वेलस्पन समूह ने तेजी से कार्य कर आज संयंत्र तैयार कर लिया। चौहान ने कहा कि इस अंचल के लोगों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार की बेहतर व्यवस्थाएं संभव होंगी।
उद्योग बनेंगे हमारे पार्टनर
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह भारत को उद्योग स्थापना का डेस्टिनेशन बनाना चाहते हैं, उसमें भी मध्यप्रदेश सक्रिय भूमिका निभाएगा। मध्यप्रदेश सरकार वेलस्पन समूह और इसी तरह के औद्योगिक संस्थानों को विकास में पार्टनर बना रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप तैयार कर अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के माध्यम से समग्र विकास की तैयारी की गई है। वेलस्पन समूह की नई इकाई आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को पूरा करने की कड़ी में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके लिए यह समूह इसलिए बधाई का पात्र है क्योंकि दो वर्ष के रिकॉर्ड समय में जमुनिया में यह संयंत्र बनाकर तैयार कर लिया गया।
कौशल विकास अति आवश्यक
चौहान ने कहा कि आज कौशल विकास अति आवश्यक है। हाथों में हुनर होना चाहिए। इससे युवाओं को रोजगार प्राप्ति में आसानी होगी। इस समूह द्वारा कौशल विकास के लिए इसी ग्राम में पृथक् इकाई की स्थापना का निर्णय प्रशंसनीय है। मध्यप्रदेश सरकार भी स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान दे रही है। इसके लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क प्रारंभ करने की पहल की गई है। 600 करोड़ की लागत से ग्लोबल स्किल पार्क बनाएंगे। इसी तरह नर्मदा जल के उपयोग के लिए प्रतिबद्ध रह कर कार्य होगा। किसानों को सिंचाई योजनाओं के पूरे होने का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने उदघाटन के प्रारंभ में संयंत्र का अवलोकन भी किया।