बीहड़ों में अब बंदूकों की आवाज नहीं गूंजती, विकास की नई गाथा लिखी जा रही : मुख्यमंत्री

मप्र पुलिस स्थापना समारोह में कई पुलिसकर्मी हुए सम्मानित

Update: 2021-12-17 13:31 GMT

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश पुलिस स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे प्रदेश पुलिस पर गर्व है। प्रदेश के निर्माण से अभी तक 877 पुलिसकर्मियों ने जनसुराग के लिए शहादत देकर एक महान परंपरा डाली है। सभी टॉस्क पुलिस ने सफलतापूर्वक पूरे किए। सिंहस्थ की सफलता में पुलिस ने उल्लेखनीय योगदान दिया, कानून व्यवस्था के साथ नागरिक संबंधों का भी कुशलता से निर्वहन किया। कोरोना काल में पुलिस का काम गर्व से भर देने वाला रहा। मुझे आशा है प्रदेश की पुलिस देश में सर्वश्रेष्ठ काम करके दिखाएगी। मध्यप्रदेश शांति का टापू है इसके पीछे पुलिस का परिश्रम और निष्ठा है। डॉयल-100 से रीयल टाइम पुलिस कार्यवाही संभव हुई। महिला सशक्तिकरण के लिए पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत महिला आरक्षण दिया। इन महिला पुलिसकर्मियों का शौर्य भी त्वरित कार्यवाहियों में दृष्टिगोचर होता है।


पुलिस के प्रयासों से डकैत समस्या लगभग पूर्णत: उन्मूलित हो गई है। अपराध नियंत्रण में है। हमें महिला सुरक्षा को और सुदृढ़ करना है। ड्रग्स माफियाओं को पूरी तरह नेस्तानाबूद करना है। सायबर क्राइम की सभी संभावनाओं को समाप्त करना है तथा नक्सलवाद पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ प्रदेश सुरक्षित है। प्रशासनिक दक्षता के साथ कर्तव्यपथ पर चलते रहें। यह दिवस आत्म-निरीक्षण का भी है। पुलिस का यश और गौरव गाथा निरंतर रहे। अगला स्थापना दिवस कार्यक्रम और भी व्यापक स्वरूप में मनाया जाएगा। 


गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने कई उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। इस वर्ष 904 माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही की गई। त्वरित विवेचना कर दुष्कर्म के आरोपियों के 38 केसों में फांसी की सजा दिलाई गई। पुलिस कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर चौराहों पर भी हम सबकी प्राण रक्षा के लिए सदैव खड़ी रही।उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस पर इस बात का उल्लेख करना प्रासंगिक है कि आप सब पुलिस अधिकारी और कर्मचारी समाज में होने वाले अपराध, हिंसा, लालच और असहिष्णुता की वृत्तियों से भली-भाँति परिचित हैं। तकनीकी विकास के कारण साइबर अपराध जैसी गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।


सायबर अपराध, महिलाओं तथा अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों के प्रति बढ़ते अपराधों की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिये और अधिक सक्षम होकर कारगर प्रयास करने की आवश्यकता है। पुलिसकर्मियों को सायबर अपराध और महिलाओं एवं बच्चियों के साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिये सबसे पहले स्वयं की व्यवसायिक दक्षता बढ़ानी होगी।

नए राज्य के निर्माण के समय चंबल तथा बुंदेलखंड क्षेत्रों की डकैती समस्या एक विकराल चुनौती थी जिसे राज्य पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने सहज रूप में स्वीकार किया और अपने खून पसीने से अपनी कर्तव्यनिष्ठा और बलिदानी परंपरा का नया इतिहास ही लिख डाला। कुख्यात दस्यु मानसिंह, रूपा, अमृतलाल,पुतली, भवानी सिंह आदि अनेक डकैत मारे गए। इसके फलस्वरूप जनजीवन को संकटमय बनाने वाले अनेकों दस्युओं ने पहले 1959 में आचार्य विनोबा भावे और 1972 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के समक्ष आत्मसर्मपण किया।


वर्तमान चुनौतियों में से एक नक्सल समस्या है। नक्सल विरोधी अभियान के तहत इसी वर्ष बालाघाट के लालपुर जंगल क्षेत्र में मंडला पुलिस तथा हॉकफोर्स ने संयुक्त ऑपरेशन में आठ-आठ लाख रूपए के दो इनामी नक्सली मार गिराए गए। गत् जुलाई माह में बालाघाट जिले के किरनापुर क्षेत्र में नक्सलियों को हथियार,विस्फोटक तथा अन्य सामग्री की खेप सहित पकड़कर पुलिस ने अंतर्राज्यीय नक्सल सप्लाई नेटवर्क को पकड़ने में सफलता प्राप्त की गई।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिवर्ष 17 दिसंबर को पुलिस स्थापना दिवस मनाया जाएगा। मध्यप्रदेश पुलिस कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण के साथ-साथ सामाजिक प्रतिबद्धता से निरंतर अपने कार्यों को न्यायपूर्ण तटस्थता, पारदर्शिता और पराक्रम से अंजाम देती रहेगी। एक बार पुन: सभी को इस गौरवशाली दिवस पर हार्दिक बधाई। समर्पित सेवाओं के नित नवीन कीर्तिमान स्थापित करते रहें यही शुभकामनाएं

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जनवरी 2021 पर घोषित वीरता पदक, 15 अगस्त 2020 एवं 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक तथा सराहनीय सेवा पदक, जीवन रक्षा पदक तथा 32 बोर पिस्टल प्राप्तकर्ता अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया।

इन्हें किया गया सम्मानित - 

पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह और पुलिस अधीक्षक उप परिवहन आयुक्त ग्वालियर अरविंद सक्सैना को राष्ट्रपति का वीरता पदक से सम्मानित किया गया।

राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक - 

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) अनुराधा शंकर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, उप पुलिस अधीक्षक इंदौर संतोष कुमार उपाध्याय, सेवा निवृत्त निरीक्षक (एम) कार्यालय पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन पुलिस मुख्यालय भरत कुमार भावसर, सेवा निवृत्त निरीक्षक (एम) कार्यालय पुमनि ग्वालियर राकेश मोहन दीक्षित, निरीक्षक वरिष्ठ ग्रंथालय (लाइब्रेरीयन) पुलिस मुख्यालय भोपाल डॉ. फरीद वज़मी, निरीक्षक(एम) प्रशासन पुलिस मुख्यालय भोपाल नरेन्द्र कुमार गंगराड़े, निरीक्षक विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल अजय तुर्के को राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।

राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक - 

उप पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल आर.आर.एस परिहार, पुलिस अधीक्षक विदिशा मोनिका शुक्ला, सहायक पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक रेडियो ट्रेनिंग स्कूल इंदौर संतोष कोरी, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त रीवा राजेन्द्र कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर सब्यसाची सराफ, पुलिस अधीक्षक सायबर सेल इंदौर जितेन्द्र सिंह, जोनल पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा भोपाल अमित सक्सैना, पुलिस अधीक्षक पीटीएस उमरिया डॉ. लक्ष्मी कुशवाह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीटीएस उज्जैन जगदीश सिंह डावर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स इंदौर दिलीप कुमार सोनी, सेवानिवृत्त उप सेनानी 23 वी वाहिनी भोपाल शानू अफताब अली, उप पुलिस अधीक्षक ट्राफिक उज्जैन सुरेन्द्रपाल सिंह राठौर, निरीक्षक (एफ.पी.) पुलिस मुख्यालय भोपाल दीपक कदम, निरीक्षक एम कार्यालय पुमनि होशंगाबाद राम राज गुप्ता, निरीक्षक (एम) ई.ओ.डब्ल्यू. भोपाल राजीव चौधरी,निरीक्षक रेडियो इंदौर संगीता जोशी, निरीक्षक(एम) ई.ओ.डब्ल्यू मुख्यालय भोपाल सुधीर कुमार श्रीवास, सूबेदार (एम) पुलिस मुख्यालय भोपाल कुमार तिवारी, सूबेदार (एम) पुलिस मुख्यालय भोपाल बलराम सिंह राजपूत, उप निरीक्षक (एम) ई.ओ.डब्ल्यू. भोपाल अनिल कुमार निगम, सेवानिवृत्त उप निरीक्षक आरएपीटीसी इंदौर राजेन्द्र प्रसाद लोट, उप निरीक्षक(रेडियो) पीआरटीएस इंदौर श्री प्रकाश सूर्यवंशी, सहायक उप निरीक्षक (एमटी) भोपाल संतोष कुमार पटेल, सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक 7 वी वाहिनी भोपाल श्री सीताराम तिवारी, प्रधान आरक्षक थाना पाबई पन्ना स्व.श्री प्यारे गर्ग, प्रधान आरक्षक पी.एस. क्राइम ब्रांच भोपाल श्री रामकुमार गौतम, सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक 23वी वाहिनी एसएएफ भोपाल श्री जगत सिंह यादव, सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक 17वीं वाहिनी एसएएफ भिंड श्री विश्वनाथ सिंह यादव, आरक्षक 7 वीं वाहिनी भोपाल श्री मंगल सिंह यादव, आरक्षक 25 वी वाहिनी भोपाल श्री राजेश कुमार पांण्डे, आरक्षक प्रशासन शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री रवि नरेश मिश्रा को दिया गया। 

जीवन रक्षा पदक - 

निरीक्षक थाना कोतवाली रायसेन जगदीश सिंह सिद्ध, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक थाना खुरई सागर गौरी शंकर व्यास, आरक्षक थाना बरेली रायसेन राजेश कुमार राजपूत, आरक्षक डीआरपी लाईन रायसेन पुष्पेन्द्र सिंह रावत।

32 बोर पिस्टल -

सेवानिवृत्त विशेष पुलिस महानिदेशक स्व. संजीव कुमार सिंह को दिया गया। यह पुरस्कार उनकी पत्नी ज्योति सिंह द्वारा गृहण किया गया।

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