मुख्यमंत्री ने शुरू की कोरोना योद्धा योजना, परिजनों को मिलेगी 50 लाख की सम्मान निधि
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज स्वास्थ्य कर्मियों से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए चर्चा की। उन्होंने सभी संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसे विकट संकट में जान हथेली पर रखकर दिन रात प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। समाज पर आपका यह ऋण कोई नहीं भूलेगा।
उन्होंने कहा आप कोरोना के संक्रमण से स्वयं को बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य ऐसे ही करते रहें। आप सभी के अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के संबंध में प्रदेश की स्थिति बेहतर हुई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 25 प्रतिशत से घटकर 21.5 प्रतिशत हो गया है, वहीं रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में 94 हज़ार से ज्यादा एक्टिव मरीज हो गए थे, अब एक्टिव मरीज 92 हज़ार रह गए हैं, इनमें से 70 हज़ार होम आइसोलेशन में हैं।
डॉक्टर भगवान होते है -
मुख्यमंत्री ने कहा की की डॉक्टर सचमुच में भगवान होते हैं। वे मरीजों की जान बचाते हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में लगभग 99 प्रतिशत कोरोना मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। कोरोना मृत्यु दर 1 प्रतिशत से थोड़ी ज्यादा है। सरकारी अस्पताल आम जनों का सहारा बन रहे हैं तथा यहाँ अच्छे से अच्छा इलाज मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मी चार स्तरों पर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की, कोविड केयर सेंटर्स में तथा घर-घर जाकर। जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन लाइन बिछाई जा रही है। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होने कहा की चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी स्वयं का मनोबल टूटने न दें तथा मरीजों का मनोबल बढ़ाएं। मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी फोन, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से उनके परिजनों को निरंतर देते रहें।
कोरोना योद्धा योजना आरंभ -
उन्होंने बताया की हमने कोरोना योद्धा योजना पुन: प्रारंभ कर दी है। कार्य करते-करते हमारे जो स्वास्थ्य कर्मी दिवंगत हो जाएंगे, उनके परिवार की देखरेख शासन की जिम्मेदारी होगी। उनके परिवारों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। उन्होंने ऐसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों, जो कोरोना के दौरान सेवा करते-करते दिवंगत हो गए हैं, उन सभी को प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आदरांजली अर्पित की।