भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टर्स-कमिश्नर्स, आईजी, एसपी से बातचीत की और उन्हें आवश्यक-दिशा निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप राज्य सरकार ने जिला कलेक्टर्स को त्यौहारों को मनाने के संबंध में आवश्यक एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। चीनी पटाखे प्रतिबंधित हैं। स्वदेशी पर रोक नहीं है। जिलों में यदि मैदानों में छोटे मेले या सामूहिक रूप से त्यौहार मनाने के कार्यक्रम हों तो उनमें सोशल डिस्टेंसिंग होना चाहिए। साथ ही सैनेटाईजर और अन्य आवश्यक बचाव प्रबंधों को अमल में लाना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि चार नगरों मण्डीदीप, सिंगरौली, जबलपुर और कटनी के संबंध में पृथक निर्देश भेजे गए हैं। दतिया जिले के रतनगढ़ में देवी मंदिर में कानून व्यवस्था सहित आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि कलेक्टर्स स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप मेलों में अधिक दुकानें स्थापित न करने का निर्णय ले सकते हैं। शीतकाल प्रारंभ होने पर कोरोना पॉजीटिव प्रकरणों के बढऩे की आशंका को देखते हुए समीक्षा कर आवश्यक कदम जिला स्तर पर उठाए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता अभियान निरंतर चलना चाहिए। फीवर क्लीनिक की व्यवस्था बरकरार रखते हुए अन्य स्तर पर भी ढिलाई न बरती जाए। कलेक्टर्स जाँच, टेस्टिंग, अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखें।
स्व-सहायता समूहों का सशक्तिकरण -
कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि महिलाओं को सशक्त करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, उन्हें स्कूल यूनिफार्म तैयार करने का कार्य बड़े पैमाने पर देना है। उन्होंने बताया कि वे शीघ्र ही जिलों में भ्रमण कर महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की जानकारी भी लेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि शासकीय कार्यालयों में आउटलेट स्थापित कर स्व-सहायता समूहों के उत्पादों के विक्रय का कार्य अभियान के रूप में किया जाए। समूहों की महिला सदस्यों को मार्केट लिंकेज, नॉलेज लिंकेज और बैंक लिंकेज की जानकारी देते हुए लाभान्वित करने के अधिकतम प्रयास हों। अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि शीघ्र ही शासकीय कार्यालयों में आउटलेट के संबंध में नीतिगत निर्माण का कार्य पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शहडोल, दमोह, बैतूल में समूहों के कार्यों की बेहतर प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। वहीं हरदा, रीवा जिलों में प्रगति में वृद्धि के निर्देश दिए।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण -
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप जारी हो चुका है। इसके लिए दिन-रात सबको कार्य करना है। विभाग रोडमैप का अध्ययन करें। जिलों की प्रगति निरंतर सामने आना चाहिए। तकनीक का पूरा उपयोग किया जाए। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत प्रत्येक जिला रोजगार के अपने लक्ष्य तय करें। इन लक्ष्यों को पाने के पूरे प्रयास भी हों। जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाए। ऐसी योजनाएं जो सीधे रोजगार देते हैं उनके क्रियान्वयन पर अधिक ध्यान दिया जाए। जरूरतमंदों को रोजगार दिलवाने में विभिन्न निजी कंपनियों का भी आवश्यक सहयोग लिया जाए। उद्योग और कृषि क्षेत्र से अधिकाधिक रोजगार अवसर पैदा किए जाएं। इस संबंध में आगामी माह में होने वाली कलेक्टर्स-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस में इसकी विस्तृत समीक्षा की जाएगी। हम मॉनीटरिंग का मजबूत सिस्टम बना रहे हैं। अधिकारियों के परफार्मेंस की रेटिंग भी की जाएगी। अच्छे कार्य के लिए व्यक्तिगत और जिला स्तर पर पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।