मप्र में 1 मई से शुरू होगा तीसरा चरण, 3 करोड़ 22 लाख से अधिक लोगों को लगेगा टीका
भोपाल। प्रदेश में एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का नि:शुल्क टीकाकरण योजनाबद्ध रूप से प्रारंभ किया जाएगा। इसमें प्रदेश के तीन करोड़ 22 लाख से अधिक नागरिकों को टीका लगेगा। भाजपा की शिवराज सरकार इस कार्य पर लगभग 2,710 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कोविडशील्ड वैक्सीन के 45 लाख डोज का कार्यादेश जारी कर दिया गया है।
इस संबंध में प्रदेश सरकार के सूचना अधिकारी अनुराग उइके ने बताया कि इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 1075 को भी इस कार्य के लिये अपग्रेड किया गया है। अब तक प्रदेश के हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक के लगभग 79 लाख 18 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
72 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में-
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि ये लोग होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जायें, जिससे अस्पताल जाने की नौबत ही न आये। होम आइसोलेशन वाले 99 प्रतिशत मरीजों से दूरभाष पर कम से कम एक बार संपर्क किया जा रहा है। साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से इन्हें आवश्यकतानुसार कॉल पर चिकित्सकीय परामर्श भी प्राप्त हो रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर की होम डिलीवरी की जा रही है। मध्य प्रदेश में कोविड के 72 प्रतिशत संक्रमित हैं जो अभी होम आइसोलेशन में हैं।
174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ-
उइके का कहना था कि प्रदेश के 52 जिलों में 174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ किये जा चुके हैं, जिनमें मंद लक्षणों वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 12 हजार 864 बेड्स हैं। इनमें से 634 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए गए हैं। कोविड केयर सेंटर्स में शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट प्रदाय की जा रही है। जिस कोविड केयर सेंटर में 50 प्रतिशत या उससे अधिक बिस्तर भर रहे हैं, वहाँ नए कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 20 हजार 411 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाये जा चुके हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 50 हजार से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं। उनका कहना था कि एक अप्रैल को प्रदेश में उपलब्ध बेड्स की कुल संख्या 20 हजार 159 थी, जो आज बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। इस प्रकार पिछले 25 दिनों में लगभग 32 हजार बेड्स बढ़ाए गए हैं। सागर जिले में बीना रिफाइनरी के निकट ऑक्सीजन सुविधा युक्त 1000 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता और इलाज के पैकेज की रीयल टाइम सही जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के लिये एक नया एप और एक वेबसाइट लाँच की गई है।