कमलनाथ ने मौतों का आंकड़ा छिपाने का लगाया आरोप, गृहमंत्री ने कहा प्रमाण दें या इस्तीफा
भोपाल। प्रदेश में जारी कोरोना संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर महामारी से हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया है। पूर्व सीएम ने दावा किया है की प्रदेश में मार्च-अप्रैल में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1 लाख 27 हजार 530 शवों में से 1 लाख 2 हजार 2 शवों का कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया। कमलनाथ के इस आरोप के बाद हमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ बिना प्रमाण के आरोप लगा रहे हैं और झूठ बोलकर जनता में भ्रम फैला कर प्रदेश का अपमान कर रहे हैं।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ जी को लाशें गिनने की आदत है। 1984 के दंगे सबको पता है। यदि कोरोना से एक लाख से ज्यादा मौत के प्रमाण हैं तो सौपें। अन्यथा इस्तीफा दें। यदि वे प्रमाण देंगे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। राज्यपाल से आग्रह है कि भय और भ्रम फैलाकर प्रदेश की छवि बिगाड़ रहे नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज करवाएं।
ये लगाया आरोप -
कमलनाथ के अनुसार दुनिया को देश में कोरोना के गलत आंकड़े दिखाया जा रहा हैं। सरकारी आंकड़ों और श्मशान के आंकड़ों में काफी अंतर है। पूर्व सीएम का दावा है कि प्रदेश में कोरोना से 1 लाख से ज्यादा मौत हुई हैं। कमलनाथ ने बताया कि छिंदवाड़ा के एक गांव नूरा का उन्होंने दौरा किया था, जहां 10 दिन में 15 लोगों की मौत कोरोना से हुई। इसके बाद जब कलेक्ट्रेट में बैठक में इसकी जानकारी ली तो बताया गया कि नूरा गांव में सिर्फ 2 मौतें हुई हैं।