मप्र कांग्रेस में दिखी गुटबाजी, कमलनाथ की बैठक में नहीं पहुंचे दिग्विजय सिंह और अरुण यादव
भोपाल।मध्य प्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी अभर कर सामने आई है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संपन्न हुई एक अहम बैठक कई दिग्गज नेता शामिल नहीं हुए हैं। बैठक से दिग्विजय सिंह और अरुण यादव ने दूरी बनाई है, बैठक से उनकी दूरी प्रदेश की सियासत में चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं कांग्रेस की इस बैठक पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस में पदों की लड़ाई चल रही है।
दरअसल, गुरुवार को पीसीसी में बड़ी बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी शामिल हुए। यह बैठक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बुलाई थी, जिसमें कई अहम निर्णय लिए जाने थे। लेकिन इस बैठक से दिग्विजय सिंह और अरुण यादव की दूरी चर्चा का विषय बनी हुई है। खास बात यह है कि दिग्विजय सिंह और अरुण यादव के नाम की कुर्सियां मंच पर लगी हुई थी, लेकिन दोनों नेता इस बैठक में नहीं पहुंचे। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि अगर हाईकमान को इस बात की जानकारी थी कि दोनों नेता बैठक में शामिल नहीं होने वाले हैं तो फिर उनके नाम की कुर्सियां मंच पर क्यों लगाई गईं।
अरुण यादव लंबे समय से नाराज -
बता दें कि खंडवा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद से ही अरुण यादव कई बैठक में भी शामिल नहीं हुए है। वहीं कि हाल के दिनों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच मनमुटाव की खबरें सामने आई थी।
भाजपा ने साधा निशाना -
भाजपा प्रवक्ता हितेष वाजपेयी ने कांग्रेस की बैठक में दिग्गज नेताओं के शामिल नहीं होने पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जैसे सभी पद कमलनाथ के पास हैं इसलिए अन्य नेता नाराज चल रहे हैं।
कांग्रेस ने दी सफाई -
वहीं दोनों नेताओं की बैठक से दूरी बनाने पर कांग्रेस ने सफाई दी है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि दोनों नेताओं के उपस्थित न होने की जानकारी हाईकमान को है। क्योंकि आज की बैठक मुकुल वासनिक ले रहे हैं। जिस पर कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है।