ऐक्ट्रेस बनने का सपना छोड़ निकाली यूपीएससी की परीक्षा, बनी आईपीएस अधिकारी, जानिए कहानी
भोपाल। यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस, आईपीएस बनने वाले अधिकारीयों की कहानियां प्रेरणादायी रही है। जिसके पीछे उनकी अथक मेहनत और लग्न होती है। इसी कड़ी में एक और नाम आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद का जुड़ जाता है। सिमाला का जन्म 8 अक्टूबर 1980 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल हुआ था। वह मध्य प्रदेश कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने नक्सली क्षेत्रो में अपने बेखौफ अंदाज के लिए पहचान बनाई है।
बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट हैं सिमाला -
सिमाला प्रसाद ने सेंट जोसफ कोएड स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। इसके बाद उन्होंने 'स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस' से कॉमर्स से ग्रेजुएशन और बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में पीजी किया है। वे गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं।
सेल्फ स्टडी कर हासिल किया लक्ष्य -
सिमाला ने यूपीएससी से पहले एमपीपीएससी की परीक्षा दी थी। जिसके बाद उन्हें पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर मिली थी। इसी दौरान 2021 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी जिससे उत्तीर्ण कर वे आईपीएस बन गई।सिमाला ने डीएसपी के पद पर कार्य करते हुए यूपीएससी के लिए सेल्फ स्टडी की। सिमाला का मानना है की सिविल सर्विसेज परीक्षा को सही गाइडेंस और सेल्फ स्टडी के दम पर पास किया जा सकता है। हालांकि इसको लेकर अभ्यर्थियों को सबसे पहले सिलेबस और एग्जाम पैटर्न का एनालिसिस करना पड़ेगा।
फिल्मों में कर चुकी काम -
सिमाला आईपीएस बनने से पहले फिल्मों में भी भाग्य आजमा चुकी है। सिमाला ने साल 2017 में रिलीज फिल्म अलिफ में शम्मी का रोल निभाया है। इस फिल्म में मदरसे से स्कूल तक की कहानी को दर्शाया गया है। ये इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ क्वींसलैंड में बतौर प्रीमियर प्रदर्शित हुई थी।