कांग्रेस की सूची पर कमलनाथ की हाईकमान के साथ बैठक, फिर भी नहीं बन पाई आम सहमति
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गये विधायकों की सीट पर अधिक घमासान
नईदिल्ली/भोपाल। 'छह माह पहले हम कांग्रेस के टिकट तय कर देंगे' का दावा करने वाले कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को राजधानी में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद आज फिर यह कहने के लिए विवश हुए कि अभी कोई नाम तय नहीं हुए हैं, चर्चा जारी है। जाहिर है, टिकटों को लेकर कांग्रेस में जबरदस्त घमासान है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पूरी तैयारी के साथ कांग्रेस की 230 विधानसभा सीटों का सर्वे करवाया है और उनके स्तर पर वे सारे नाम तय भी किए जा चुके थे, पर पर्दे के पीछे वरिष्ठ नेता एवं पार्टी महासचिव दिंग्विजय सिंह का खुद का सर्वे एन वक्त पर आड़ आ गया। जिससे टिकटों की सूची तय नहीं हो पा रही है। इसके अलावा और कई नेता भी हैं, जो अपनी-अपनी पसंद के चलते सूची को लटकाए हुए हैं।
सूत्र बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गये विधायकों की सीट पर अधिक घमासान है। वहीं, भाजपा की दूसरी सूची से भी कांग्रेस की रणनीति गड़बड़ा गई है। वरिष्ठ नेता स्वयं चुनाव लडऩा नहीं चाह रहे, पर उन पर भी दबाव है। कांग्रेस समझ रही है कि अगर उसने ठीक प्रत्याशी नहीं दिए तो जीती हुई सीट वह हार सकती है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री कौन, इसको लेकर अपने-अपने गणित सभी के हैं। बहरहाल, कांग्रेस ने सूची जारी न करने के पीछे श्राद्ध पक्ष को कारण बताया है। पर यह कारण है या ढाल, यह सभी समझ रहे हैं।