भोपाल। दमोह जिले को छोड़कर मप्र के सभी शहरों में सुबह शाम 6.00 बजे से 60 घंटे का लॉकडाउन शुरू हो गया है। सभी नागरिक सोमवार सुबह 6.00 बजे तक अपने-अपने घरों में कैद हो गए। लॉकडाउन लगने से पहले बाजारों में जमकर खरीददारी हुई और सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई।
इसी बीच आज शनिवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज सुबह सभी जिलों के क्राइसिस मैनजमेंट की बैठक ली। जिसमें इंदौर जिला क्राइसिस मैनजमेंट कमेटी ने मुख्यमंत्री को इंदौर में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का सुझाव दिया। जिसे सीएम ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद इंदौर कलेक्टर ने साफ कर दिया की क्राइसिस मेनेजमेंट कमिटी के फैसले को सरकार ने मंजूरी दे दी है। जिसके बाद लॉकडाउन बढ़ना तय है। उनके अनुसार इंदौर में अगले सोमवार की सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन बढ़ सकता है। इस दौरान सुबह के समय 3 घंटे की छूट दी जाएगी।
4 जिले 22 अप्रैल तक बंद -
इसके अलावा उज्जैन, शाजापुर, बड़वानी, राजगढ़, विदिशा ज़िलों में भी सोमवार 12 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटेगा। इन जिलों में 19 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। वहीँ बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी और जबलपुर में 22 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इन जिलों के क्राइसिस मैनजमेंट की टीमों से चर्चा कर लॉकडाउन को मंजूरी दे दी है।
मास्क लगाने की अपील -
इससे पहले आज सुबह मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में जनता से अपील करते हुए कहा इस महीने के अंत तक सक्रिय मामले लगभग 1 लाख बढ़ने की संभावना है। लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें, मास्क जरूर लगाएं, सुरक्षित दूरी बनाएं और हाथ साफ रखें। हमने हर जिले में एक कोविड केयर सेंटर खोलने का फैसला किया है।
कोरोना मरीजों की बढ़ी संख्या -
प्रदेश में बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 4,986 केस मिले हैं। 24 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा इंदौर में 912 और भोपाल में 736 संक्रमित आए हैं।वर्तमान में प्रदेश में 32 हजार से अधिक एक्टिव केस है। अप्रैल के पहले हफ्ते में मरीजों की संख्या करीब 23 हजार बढ़ी है। यहां संक्रमण दर 13% से ज्यादा है।विशेषज्ञों के अनुसार इस माह के अंत तक राज्य में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 90 हजार से अधिक हो सकती है।