नरेन्द्र तोमर पर संगठन ने फिर जताया विश्वास, प्रदेश चुनाव प्रबंधन की बड़ी जिम्मेदारी
दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए प्रदेश में बनवा चुके हैं भाजपा सरकार;
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, केन्द्रीय मंत्री एवं मध्यप्रदेश के नवनियुक्त प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेन्द्रसिंह तोमर जी प्रदेश कार्यालय पहुंचे। श्री तोमर का मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
-केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया
भोपाल। मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। संगठन ने उनके राजनीतिक अनुभव और कौशल पर विश्वास जताते हुए उन्हें चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया। यानी चुनाव में सभी महत्वपूर्ण निर्णय उनकी सहमति व विचार-विमर्श के बाद ही होंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले ही पार्टी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रदेश का चुनाव का प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी बनाया है।
केन्द्रीय मंत्री एवं ग्वालियर-चंबल अंचल के बड़े नेताओं में शुमार नरेन्द्र सिंह तोमर को यह जिम्मेदारी सौंपने की बड़ी वजह यह है कि दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहने के नाते उन्हें राज्य के हर अंचल की राजनीति का अच्छा और लंबा अनुभव है। ग्वालियर-चंबल के कार्यकर्ताओं के साथ ही प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं से उनका सीधा जुड़ाव है। पहली बार वह 2008 में प्रदेश अध्यक्ष बने थे। इसके बाद 2013 में विधानसभा चुनाव के पहले उन्हें अध्यक्ष बनाया गया था। उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए दोनों बार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत से सरकार बनी थी। पिछले कई वर्षों से चुनाव प्रबंधन का अच्छा-खासा अनुभव भी है और संगठन के कामों में भी उनकी अच्छी पकड़ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी उनका बेहतर समन्वय है और पार्टी के शीर्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी सहज संवाद है। पार्टी के भीतर माना जाता है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह की जोड़ी का अच्छा रिकार्ड है। वे साथ-साथ जब काम करते हैं तो चुनाव में अच्छा-खासा परिणाम ले आते हैं। गैर राजनीतिक परिवार से आने वाले श्री तोमर ने अपना पूरा जीवन संगठन और पार्टी के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने अपनी मेहनत एवं संगठन कुशलता के दम पर पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया है। कुछ दिन से राजनीतिक गलियारों में अटकलें थीं कि उन्हें चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसलिए उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी दी है। अब उनके मार्गदर्शन में ही पूरे प्रदेश में चुनाव प्रबंधन का काम होगा। टिकट वितरण, रणनीति से लेकर डैमेज कंट्रोल तक का काम चुनाव प्रबंधन समिति का होता है।
शीर्ष नेतृत्व के भरोसेमंद हैं तोमर, अन्य राज्यों की भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी
मोदी सरकार में दो
बार से केन्द्रीय मंत्री का दायित्व संभाल रहे श्री तोमर मध्य प्रदेश में मंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। विधानसभा हो या लोकसभा या फिर अन्य चुनाव, तोमर पर पार्टी ने हमेशा भरोसा जताया है। हर बार वे इस भरोसे पर खरा उतरे हैं। श्री तोमर बिहार, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी भी रह चुके हैं।
संगठनात्मक अनुभव और कौशल से पुन: बनेगी सरकार
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को प्रदेश चुनाव प्रबंधन की बड़ी जिम्मेदारी मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित अन्य नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं। प्रदेश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री श्री तोमर के संगठनात्मक अनुभव और कौशल से लक्ष्य पूरा करेंगे। विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी 51 प्रतिशत वोट शेयर को प्राप्त करते हुए 200 पार के लक्ष्य को हासिल करेगी। प्रदेश में भाजपा की सशक्त और जनकल्याणकारी सरकार पुन: बनेगी।