भोपाल/मध्य स्वदेश संवाददाता। मध्यप्रदेश में भले की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने वचन पत्र में बिलजी के बिल आधे करने का वादा किया हो और 100 यूनिट तक की बिजली का एक सीमित प्रावधान करके उचित दर से बिजली देने की बात भी कही थी, लेकिन कमलनाथ सरकार का आदेश पन्ना जिले के लोगों को आईना दिखाता हुआ नजर आ रहा है। पन्ना जिले के गुनौर तहसील के तहत इटवा कला गांव में पिछले छह साल से बिजली नहीं है, लेकिन मीटर औऱ खंभे विद्युत विभाग द्वारा लगा दिए गए हैं। कमाल की बात तो यह है कि लोगों के घरों में बिजली कनेक्शन नहीं है फिर भी बिजली के बिल हजारों रुपयों में आ रहा है। गुनौर तहसील के इटवा कला गांव के लोग बिजली के बिल लेकर अपना दुखला विद्युत विभाग के आधाधिकारियों को सुनाने के लिए पहुंचे। गांव में 6 साल से लाइट नहीं है और लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में विद्युत विभाग द्वारा इनके घरों में बिजली के मीटर लगा दिए गए हैं, लेकिन बिजली इनके घरों तक नहीं पहुंच पाई। विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते इन लोगों को हजारों रुपये के बिजली बिल थमाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है गांव में 6 साल से बिजली नहीं है, फिर भी बिजली कर्मचारी ग्रामीणों को बिजली के बिल थमा जाते हैं। उन्होंने कहा कि बिना बिजली जलाए ही उन्हें बिल दिए जा रहे हैं, अगर विद्युत विभाग इस समस्या का निराकरण नहीं करता है, तो वे जिलाधीश से इसकी शिकायत करेंगे।
मामले में विद्युत विभाग के कार्यपान अभियंता ओपी सोनी का कहना है, कि विभाग की तरफ से ग्रामीणों को बिना बिजली के विद्युत बिल देने की गलती हुई है, जिसके बाद मामले की जांच कर इसमें सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिना ट्रांसफार्मर के बिल आना विभाग की लापरवाही है।