मुख्यमंत्री का ऐलान, मप्र में जनजातीय गौरव दिवस पर लागू होगा पेसा एक्ट
मुख्यमंत्री ने की जनजातीय समुदाय के मुखियाओं से चर्चा
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा देश के जनजातीय समाज के गौरव हैं। उन्होंने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष और अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए स्वयं प्रयास करने की प्रेरणा समाज बन्धुओं को दी। राज्य सरकार भगवान बिरसा मुंडा के दिखाए मार्ग पर चलते हुए जनजातीय समाज के विकास, कल्याण और युवाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिए शिक्षा, उद्यमिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में गतिविधियाँ संचालित कर रही हैं। इसी के अंतर्गत प्रदेश में 15 नवम्बर से पेसा एक्ट का क्रियान्वयन आरंभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर होने जा रहे जनजातीय गौरव दिवस मनाने के संबंध में शनिवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए जन-प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ता, जनजातीय समुदायों के मुखिया, परम्परागत तड़वी, पटेल और अन्य प्रतिनिधियों से चर्चा की।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम शहडोल में -
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय बहुल विकासखंडों के साथ ही राज्य स्तरीय कार्यक्रम शहडोल में होने जा रहा है। उन्होंने आमंत्रित प्रतिनिधियों से जनजातीय गौरव दिवस संबंधी चर्चा करते हुए उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं और कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस मौके पर जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, पशुपालन एवं सामाजिक न्याय मंत्री प्रेम सिंह पटेल, आदिवासी वित्त विकास निगम की अध्यक्ष निर्मला सुनील बारेला और अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।