मप्र में पांच सीटों पर होंगे राज्यसभा चुनाव, जानिए भाजपा-कांग्रेस की जीत का फॉर्मूला ?
भोपाल। राज्यसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने मप्र समेत 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। 8 फरवरी को इन सीटों के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी और 27 फरवरी को मतदान होगा। इसी दिन नतीजे आयेंगे।
दरअसल, मध्य प्रदेश की पांच सीटें अप्रैल में खाली होने जा रही हैं, जिनके लिए चुनाव किया जाएगा। इन पांच सीटों के लिए 2018 में चुनाव हुए थे। उस समय भाजपा ने चार और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की थी। भाजपा से अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और थावरचंद्र गेहलोत चुने गए। एक सीट पर कांग्रेस के राजमणि पटेल चुने गए। सितंबर 2021 में थावरचंद गेहलोत के त्यागपत्र देने से रिक्त सीट पर भाजपा के ही डॉ. एल मुरूगन चुन लिए गए। इन सभी का कार्यकाल दो अप्रैल को समाप्त हो रहा है। जिसके लिए आयोग 27 फरवरी को चुनाव कराएंगा।
चुनाव का फार्मूला -
प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें है। पांच सीटों के लिए चुनाव होना है। चुनाव के लिए तय फार्मूले के अनुसार 39 विधायक एक सदस्य का चुनाव करेंगे। अभी भाजपा के पास 163 विधायक है। इससे साफ है कि भाजपा को चार सीटें अभी भी मिल जाएगी। वहीं, कांग्रेस के पास 66 विधायक है, उसे एक सीट ही मिल पाएगी। मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें है। इनमें से आठ पर भाजपा का कब्जा है। वहीं, तीन पर कांग्रेस उम्मीदवार काबिज है।
भाजपा-कांग्रेस के सांसद -
भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी, सुमित्रा वाल्मिकी, कविता पाटीदार, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और डॉ. एल मुरूगन राज्यसभा सांसद है। अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और डॉ. एल मुरूगन का कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी का कार्यकाल 2026 में और सुमित्रा वाल्मिकी, कविता पाटीदार का कार्यकाल 2028 में खत्म होगा। वहीँ कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा और राजमणि पटेल है। पटेल का कार्यकाल अप्रैल 2024 में समाप्त हो रहा है। दिग्विजय सिंह का कार्यकाल 2026 और विवेक तन्खा का कार्यकाल 2028 तक है।