मप्र में चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ भाजपा में शामिल
शिवराज सिंह ने कहा गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह के पास
भोपाल। मप्र में कांग्रेस की पहली सूची जारी होते पार्टी के अंदर बगावत के सुर सुनाई देने लगे है। रीवा में बाज बुधवार को कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने पार्टी छोड़ दी है। वे भाजपा में शामिल हो गए है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भोपाल में पार्टी की सदस्यता दिलाई है। श्रीनिवास तिवारी को विंध्य में सफेद शेर कहा जाता था।
इस बार सिद्धार्थ तिवाी और उनके समर्थकों को टिकट मिलने की उम्म्मीद थी लेकिन कांग्रेस ने अन्य उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। इससे नाराज सिद्धार्थ ने आज भारतीय जनता पार्टी का दमन थाम लिया। बुधवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीजेपी में सिद्धार्थ तिवारी का स्वागत है।
शिवराज सरकार ने विकास किया
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि सीएम शिवराज ने प्रदेश के विकास के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि पीएम के नेतृत्व में देश का मान बढ़ा है।
गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह के पास -
इस मौके पर सीएम शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि कांग्रेस में काम बंटे हुए हैं। गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी दी गई है, इसका खुलासा खुद कमलनाथ ने किया है कि गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दी है। ऐसे ही सरकार चलाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी इन्होंने दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी, पहले भी बंटाधार हुआ और बाद में भी बंटाधार हो गया।