पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को सिलावट की सलाह, मर्यादा में रहें
सिंधिया ने प्रदेश की प्रगति के लिए कांग्रेस छोड़ी
इंदौर। प्रदेश में उपचुनावों से पहले राजनीति गरमाई हुई है। दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। दोनों और के नेता एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में आज पूर्व मंत्री एवं विधायक जीतू पटवारी ने राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को ब्लैकमेलर कहा।जिसके बाद से प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। जीतू पटवारी के इस बयान पर सिंधिया समर्थक जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने आपत्ति जताते हुए पटवारी को मर्यादा में रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा की सिंधिया ने प्रदेश की प्रगति के लिए कांग्रेस छोड़ी है।
दरअसल इंदौर के एक कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को ब्लैकमेलर कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर भी वादा खिलाफी के आरोप लगाए थे। जीतू पटवारी के बयान पर गुरुवार को सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट ने तंज कसते हुए कहा कि जीतू पटवारी बहुत जल्दी में है और उनको टीका- टिप्पणी करने से पहले सोचना चाहिए। उन्होंने जीतू पटवारी को सलाह देते हुए कहा कि वो मर्यादा में रहे और उन्होंने सीधे निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को बोलने का शौक है, छपास का शौक है और अति उत्साह में इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो कि निंदनीय है और राजनीति में इस तरह की भाषा का उपयोग कभी नही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी मेरे छोटे भाई हैं और भविष्य में वो ध्यान रखे कि और इस प्रकार की टिखा टिप्पणी करना बंद करें।
कांग्रेस धरातल पर चली गई
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा देश में हर व्यक्ति जानता है सिंधिया परिवार को। उन्होंने जीतू पटवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो जो बोलते है वो निराधार है और उनकी बातों का कोई भी हाथ है ना पैर है। कांग्रेस धरातल पर चली गई है इनके पास बोलने के अलावा कुछ भी नही है। जल संसाधन मंत्री ने पूर्व व दिवंगत मंत्री माधवराव सिंधिया के इतिहास को बताते हुए प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख जीतू पटवारी से कहा कि जब लक्ष्मण सिंह गए थे तब भी इन्होंने क्या टिप्पणी की थी। वही मंत्री सिलावट ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश की प्रगति, विकास, उन्नति, अन्नदाताओं, युवाओं और माता बहनों के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है।