प्रदेश में बढ़ेगी ठण्ड, 22 नवंबर के बाद बारिश के आसार

Update: 2020-11-20 14:15 GMT

भोपाल। प्रदेश में बने वेदर सिस्टम के कारन कई जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है।  प्रदेश के अधिकांश जिलों में बदल बने हुए है।  मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार,वेदर सिस्टम अब कमजोर पड़ गए हैं। साथ ही हवा का रुख भी अब कुछ बदलने लगा है। इससे अब रात के तापमान में 22 नवम्बर तक धीरे-धीरे गिरावट होगी। 22 नवम्बर के बाद एक बार फिर मौसम के मिजाज में बदलाव होगा। इसके बाद फिर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बरसात होने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है की वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के ऊपर बना हुआ है। साथ ही एक द्रोणिका लाइन दक्षिण-पूर्वी मप्र से सिक्किम तक बनी हुई है।साथ ही प्रदेश के ऊपर चक्रवात चक्रवात बना हुआ है।इन तीन सिस्टम के कारण हवाओं का रुख पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी बना हुआ था। हवा के साथ नमी आने के कारण बादल छाए हुए थे और राजधानी सहित कई क्षेत्रों में बारिश भी हुई थी। बादलों के कारण दिन के तापमान में तो कमी आने लगी थी, लेकिन रात के तापमान बढ़े हुए थे। पश्चिमी मप्र में बने सिस्टम और प्रदेश से सिक्किम तक बना सिस्टम कमजोर पड़ गए हैं। इससे हवाओं का रुख भी पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी होने लगा है। उधर जम्मू-कश्मीर पर बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है।

 प्रदेश में उत्तरी हवाओं का दखल बढऩे की संभावना है। इससे सर्द हवाओं के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगेगी। रात के पारे के लुढक़ने का सिलसिला 22 नवंबर तक जारी रहने के आसार हैं। इसके बाद एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दस्तक देने जा रहा है। उसके असर से एक बार फिर हवाओं का रुख बदलेगा। नमी आने के कारण प्रदेश में फिर बरसात होने की संभावना बनेगी।




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