भोपाल। देश के उत्तरी हिस्सों में विशेषकर हिमाचल-जम्मू कश्मीर में पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी हो रही है। इसके चलते पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं से प्रदेश में भी ठंड बढ़ गई है। कल रात प्रदेश के 11 शहरों में न्यूनतम तापमना 7 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। सबसे सर्द रात दतिया में रही, यहां का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी भोपाल में मंगलवार को कोल्ड डे दिन रहा।बीती रात प्रदेश के दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, खजुराहो, नौगांव, शाजापुर में सात डिग्री से कम तापमान रहा। सबसे कम न्यूनतम तापमान दतिया में 2.9 डिग्री रहा, जबकि सबसे अधिक शाजापुर में 7.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ग्वालियर में 3.8 डिग्री, नौगांव में 4.5 डिग्री तथा पचमढ़ी में 4.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान में पड़ रही भीषण ठंड के चलते ग्वालियर-चंबल में पारा तेजी से गिरा है।
फसलों पर पाला पड़ने की आशंका-
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ठंड के यह तेवर एक जनवरी तक इसी तरह बने रहने की उम्मीद है। इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान दो डिग्री तक पहुंच सकता है। सोमवार से हवाओं का रुख उत्तरी होते ही राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। फसलों पर पाला पड़ने की आशंका भी बढ़ गई है। भोपाल मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा का कहना है कि आसमान साफ होने और वातावरण में नमी नहीं होने के कारण धूप तो निकल रही है, लेकिन लगभग 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही सर्द हवाओं के कारण धूप में भी सिहरन महसूस हो रही है। साथ ही अधिकतम तापमान भी नहीं बढ़ पा रहा है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए एक जनवरी तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहने के आसार हैं। इससे बाद तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है।
बारिश की संभावना -
वहीं, तीन जनवरी के बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ने के आसार भी बन रहे हैं। पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के टकराव के कारण राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ ओले भी गिर सकते हैं। बरसात की स्थिति दो दिन तक बनी रह सकती है।