दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मंगलवार को की गई 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा को कांग्रेस ने काफी कम बताया है। कोरोना संकट में 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज पर कांग्रेस ने कहा यह बहुत कम है। महामारी से सबकुछ चौपट हो चुका है, इसलिए जीडीपी के दस फीसदी यानी 20 लाख करोड़ रुपये से कुछ नहीं होगा, कम से कम 50 फीसदी यानी 100 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की जरूरत है। देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि यह देश की जीडीपी का करीब 10 फीसदी हिस्सा है।
पीएम मोदी के आर्थिक पैकेज के ऐलान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, 'केवल 20 लाख करोड़..? मोदी जी, ये महामारी है,सब कुछ चौपट हो चुका है। जीडीपी का केवल 10% नहीं, कम से कम जीडीपी का 50% तो दीजिये।' बता दें कि देश की जीडीपी का दस फीसदी हिस्सा 20 लाख करोड़ रुपये है, कांग्रेस की मांग 50 फीसदी है यानी 100 लाख करोड़ रुपये।
इसके अलावा, कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ 'हेडलाइन दी, लेकिन प्रवासी श्रमिकों के लिए कोई 'हेल्पलाइन' नहीं दी और उनमें संवेदनशीलता की कमी देखकर देश निराश हुआ है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा कोरे पन्ने की तरह है और जब ब्यौरा सामने आएगा तो देश और कांग्रेस प्रतिक्रिया देंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, 'अपने घर जा रहे प्रवासी कामगारों की दिल दहला देने वाली मानवीय त्रासदी को करुणा और अपनेपन से देखने तथा मजदूरों की सुरक्षित वापसी की जरूरत है। लाखों प्रवासी श्रमिकों के प्रति आपमें संवेदनशीलता की कमी और उनकी तकलीफों को दूर करने में आपकी नाकामी से भारत बहुत ज्यादा निराश हुआ है।'
बता दें कि गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने और किसानों, श्रमिकों, मध्यम वर्ग के लोगों समेत समाज के सभी प्रभावित वर्गों और क्षेत्रों को राहत देने के लिये 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी बुधवार को पैकेज का विवरण देंगी। राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन के चौथे चरण की भी घोषणा की। उन्होंने कहा यह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। 18 मई के पहले इसकी जानकारी दी जाएगी।