नईदिल्ली। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को साल 2023 में दिल्ली आबकारी नीति में कथित घोटाले के तहत पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद वो फिलहाल तिहाड़ जेल में हैं। इसी बीच मनीष सिसोदिया ने जेल से शुक्रवार को चिट्ठी लिखी। सिसोदिया ने चिट्ठी में रिहाई की उम्मीद के साथ लिखा कि जल्दी ही बाहर मिलेंगे। उन्होंने लिखा कि शिक्षा क्रांति जिंदाबाद और कहा लव यू ऑल। यह सिसोदिया का जेल से दूसरा लेटर है।
हालांकि भाजपा नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए कहा कि बाहर आने के सपने छोड़ दीजिए। सिंह ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने जेल से चिट्ठी लिखी है, मैं मनीष सिसोदिया को बताना चाहता हूं, आपको लोगों ने शिक्षा मंत्री बनाया था पर आप शराब मंत्री बनना चाहते थे। विधानसभा के लोगों को मनीष सिसोदिया ने चिट्ठी लिखी और कहा कि पिछले एक साल में मुझे सबकी याद आई। उन्होंने अपनी विधानसभा के लोगों को पिछले एक साल उनके बिना काम करने की सरहाना करते हुए कहा कि सबने बहुत ईमानदारी से मिलकर काम किया। पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि जैसे आजादी के समय सबने लड़ाई लड़ी वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं। अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ। वैसे ही एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी।
सिसोदिया ने कहा कि अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था, अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे, अंग्रेजों ने कई सालों तक गांधी को जेल में रखा, अंग्रेजों ने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला। मनीष सिसोदिया ने कहा कि ये लोग मेरी प्रेरणा है और आप सब मेरी ताकत। उन्होंने कहा कि विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा, स्कूल का होना जरूरी। मनीष सिसोदिया ने मुख्यमंत्री केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे खुशी है अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली में शिक्षा क्रांति आई। वहीं उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाद अब पंजाब शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है।
विधानसभा लोगों को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने कहा कि जेल में रहकर मेरा प्यार आप लोगों के लिए और बढ़ा। उन्होंने पार्टी नेताओं का शुक्रिया करते हुए कहा कि मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा। अंत सिसोदिया ने अपनी पत्नी को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा आपकी सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती है, आप सब अपना ख्याल रखिए।