नईदिल्ली। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में साल 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेगी। यह ऐलान पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को यहां एक पत्रकार वार्ता में किया। उप्र के लोग भी दिल्ली की तरह मुफ्त बिजली, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि गंदी राजनीति और भ्रष्ट नेता उप्र को प्रगति की राह पर चलने से रोक रहे हैं। इसीलिए उप्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का बुरा हाल है। केजरीवाल ने कहा कि उप्र के लोगों ने हर पार्टी पर विश्वास करके उनको मौका दिया लेकिन उन्होंने उनकी पीठ में छुरा घोंपा। हर पार्टी की सरकार ने पिछली सरकार के भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड तोड़ दिया। आज उप्र की राजनीति में सही और साफ नीयत की कमी है और यह केवल आम आदमी पार्टी के पास है। इसी साफ नीयत से हमने दिल्ली को बदलकर दिखाया है। दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को एक मौका दिया था और आज बाकी पार्टियों को भूल चुके हैं। 'आप' संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उप्र के लोगों से अपील की कि आप भी एक मौका देकर देखिए। मैं यकीन दिलाता हूं कि आप भी बाकी पार्टियों को भूल जाएंगे।
केजरीवाल ने कहा कि उप्र में हर पार्टी की सरकार आई है लेकिन अपने घर भरने के सिवाय किसी ने उप्र के लिए कुछ नहीं किया। आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए उप्र के लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ता है। अगर कानपुर में रहने वाले किसी परिवार के बच्चे को अच्छा कॉलेज चाहिए, तो उसे दिल्ली भेजना पड़ता है।उन्होंने कहा कि गोरखपुर में रहने वाले किसी गरीब परिवार को अपने माता-पिता का इलाज करवाना है तो उसे दिल्ली आना पड़ता है। आखिर क्यों? क्या भारत का सबसे बड़ा राज्य भारत का सबसे बड़ा विकासशील और विकसित राज्य नहीं बन सकता है। मैं पूछना चाहता हूं कि अगर दिल्ली के संगम विहार में मोहल्ला क्लिनिक बन सकता है, तो क्या लखनऊ के गोमती नगर में मोहल्ला क्लिनिक नहीं बनाया जा सकता है। केजरीवाल ने कहा कि उप्र के लोगों ने हर पार्टी के लोगों पर विश्वास करके उनको मौका दिया लेकिन उन पार्टियों ने सूबे के लोगों की पीठ पर छुरा घोपा है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को एक मौका दिया था, उन्हें आज आम आदमी पार्टी से इतना प्यार हो गया कि दिल्ली वाले अब बाकी सारी पार्टियों को भूल गए। आप भी आम आदमी पार्टी को एक बार मौका देकर देखिए। मैं यकीन दिलाता हूं कि उत्तर प्रदेश वाले भी बाकी सारी पार्टियों को भूल जाएंगे।