बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति में नारी वंदन पर विशेष मंथन, 2024 का चुनाव महिलाओं के लिए है सुनहरा मौका
आचार संहिता से पहले जल्द आएगी बीजेपी की पहली लिस्ट, हारी हुई सीटों पर नामों की होगी घोषणा, बदले जाएँगे कई चेहरे
नईदिल्ली। गुरुवार को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पहली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के साथ ही भाजपा ने चुनावी शंखनाद कर दिया है। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक पार्टी मुख्यालय में गुरुवार देर शाम शुरू हुई और देर रात तक चली। इस बैठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित राजनाथ सिंह, अमित शाह सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहे । इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम भी सीईसी की इस बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में देश के 21 राज्यों का प्रतिनिधित्व रहा और उनपर चर्चा हुई। बीजेपी के साथ साथ एनडीए की सभी सहयोगी पार्टियों की सीट वितरण को लेकर भी मंथन हुआ। पार्टी सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व संभवतः सौ से अधिक सीटों के उम्मीदवारों की पहली सूची और दस मार्च तक करीब 250 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएंगे।
केंद्रीय चुनाव समिति की इस बैठक में उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, गोवा, उत्तराखंड, गुजरात, असम, झारखंड, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, अंडमान निकोबार, ओडिशा, दिल्ली, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर की सीटों पर मंथन हुआ। इनसे जुड़ी करीब 300 सीटों पर तीन—तीन उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया गया। बीजेपी पाँच मार्च तक पहली सूची और दस मार्च तक तीन सौ सीटों पर उम्मीदवार घोषणा कर सकती है। कुछ उम्मीदवारों के नाम 1 से 2 मार्च तक भी आने की संभावना है।
इस बार कई मौजूदा सांसद के नंबर कट सकते हैं । बीजेपी के राज्यसभा सांसद रहे कई नामचीन चेहरे इस बार लोकसभा के प्रत्याशी के रूप में नज़र आ सकते हैं।
बता दें दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले पीएम आवास पर भी पार्टी अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई थी।
पीएम आवास पर हुई बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम मौजूद थे। बैठक से पूर्व प्रधानमंत्री निवास पर पार्टी के शीर्ष नेताओं की करीब छह घंटे तक चली बैठक में 21 राज्यों की 300 सीटों पर उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर लिया गया। इस बैठक में पंजाब, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में गठबंधन पर बातचीत तय होने तक उम्मीदवार घोषित नहीं करने का फैसला किया गया।
पीएम की अगुवाई में हुई मैराथन बैठक के बाद पार्टी मुख्यालय में देर रात सीईसी की बैठक शुरू हुई
मध्य प्रदेश के सभी सीटों पर चर्चा हुई। छिन्दवाड़ा की सीट को लेकर विशेष मंथन हुआ। छिन्दवाड़ा की नकुलनाथ की सीट बीजेपी इस बार किसी भी हाल में ये सीट अपने नाम करना चाहती है। इस बार मध्यप्रदेश के लोकसभा के चुनावी मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी नज़र आ सकते हैं। खबर है कि पार्टी शिवराज सिंह को भोपाल से चुनाव लड़ाना चाहती है लेकिन शिवराज सिंह की पसंदीदा सीट विदिशा है ।यहाँ से पहले सुषमा स्वराज चुनाव लड़ा करती थीं।
पार्टी सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश की तकरीबन 50 सीटों पर चर्चा हुई। लेकिन पहली सूची में यूपी की 20 से 25 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान होने की संभावना है।
बीजेपी की सीईसी की बैठक में छत्तीसगढ़ के सभी सीटो पर चर्चा हुई लेकिन चार से ज्यादा लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों का एलान बीजेपी जल्द ही कर सकती है। दुर्ग लोकसभा सीट से विजय बघेल को फिर से मौका मिले सकता है। कई सीटों पर नए प्रत्याशी नजर आ सकते हैं।
जम्मू से पार्टी अध्यक्ष रविन्द्र रैना के नाम पर भी चर्चा हुई लेकिन अभी कुछ भी फाइनल नहीं है।
2024 के चुनाव में नारी वंदन अधिनियम को ध्यान में रखते हुए सीईसी बैठक में महिला उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा हुई। इस बार चुनावी मैदान में महिला उम्मीदवारों की संख्या अच्छी नजर आ सकती है।
बात दिल्ली की सीटों की करें तो दिल्ली के कई सीटों पर चेहरे बदले जा सकते हैं। दिल्ली के सात में से लगभग चार सीट पर फेर-बदल की संभावना है। उत्तर पश्चिम दिल्ली से लोकसभा सांसद हंसराज हंस इस बार पंजाब के चुनावी मैदान में नज़र आ सकते हैं। बता दें 2019 के चुनाव में दिल्ली में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। 2024 चुनाव में पार्टी नेतृत्व में मनोज तिवारी, रमेश विधूड़ी और प्रवेश वर्मा के यथावत बने रहने की संभावना है ।
लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के चुनाव पूर्व गठबंधन को ध्यान में रखते हुए बीजेपी कुछ सीटों पर जनता की रिपोर्टकार्ड को ध्यान में रखते हुए फेर-बदल करेगी। दिल्ली में मनोज तिवारी के जरिये पूर्वांचल को साधने पर नजर रहेगी ।
सीईसी बैठक में गठबंधन को लेकर भी अहम चर्चा हुई। बैठक में पंजाब में अकाली दल, आंध्रप्रदेश में टीडीपी और जनसेना के साथ तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक से चुनाव पूर्व गठबंधन पर और सीट वितरण पर चर्चा हुई।