शाहबाद डेरी हत्याकांड : पिता की मान लेती बात तो आज जिंदा होती साक्षी, रोकने पर उठाती थी ये...कदम
पिता ने उसे कई बार समझाया कि उसकी अभी पढ़ने-लिखने की उम्र है, साहिल के चक्कर में न पड़े
नईदिल्ली/वेबडेस्क। बाहरी उत्तरी जिले के शाहबाद डेरी इलाके में सिरफिरे आशिक के हमले में मारी गई 16 साल की लड़की ने आरोपित साहिल के बारे में अपने घर में काफी कुछ बताया था। इस मामले में पुलिस ने पीड़िता के पिता जनकराज के बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस को दिए बयान में जनकराज ने बताया कि वह राज मिस्त्री का काम करता है।
परिवार में पत्नी व दो बच्चे है। पिता ने बताया कि साक्षी की करीब एक साल से साहिल से दोस्ती थी। उन्होंने ने कई बार बेटी को समझाने की कोशिश की, लेकिन साहिल से मिलने से मना करने पर वह नाराज होकर अपनी सहेली नीतू के पास चली जाती थी। कभी-कभी तो एक हफ्ते से भी ज्यादा दिन तक वापस नहीं आती थी। पीड़िता के पिता ने उसे कई बार समझाया कि उसकी अभी पढ़ने-लिखने की उम्र है, साहिल के चक्कर में न पड़े, लेकिन वह घर में किसी की एक न सुनती थी।
साहिल ने साक्षी की हत्या कर दी
पीड़ित लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि उनके लाख समझाने के बावजूद लड़की उनकी बात नहीं मानती थी और साहिल से मिलती थी। लड़की बार-बार भाग कर अपनी सहेली के पास चली जाती थी। आशंका है कि वह सहेली के पास इसीलिए भाग जाती थी, ताकि साहिल से मिलने में घर वाले बाधा ना बन सकें। वहीं घटना वाले दिन नीतू ने ही घर आकर बताया था कि साहिल ने साक्षी की हत्या कर दी है। फिलहाल पुलिस नीतू से भी पूछताछ कर रही है।