लॉकडाउन में दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसा जर्मन नागरिक क्यों नहीं जाना चाहता स्वदेश

Update: 2020-05-12 05:42 GMT

दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए उड़ानों पर प्रतिबंध के चलते एक जर्मन नागरिक 18 मार्च से दिल्ली हवाई अड्डे के ट्रांजिट एरिया में रह रहा है। पिछले 55 दिनों से इस इलाके में रह रहे 40 वर्षीय जर्मन नागरिक को स्वदेश जाने का भी प्रस्ताव दिया गया, मगर उसने ठुकरा दिया। अब उसे 'भारत छोड़ो नोटिस' जारी किया गया है। इस जर्मन व्यक्ति पर जर्मनी में आपराधिक मामला दर्ज है।

अधिकारियों ने बताया कि जर्मनी का एडगार्ड जेबैट नामक शख्स ने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन खत्म होने के बाद इंटरनेशलन फ्लाइट की सेवा शुरू हो जाएगी, वह भारत छोड़ देगा और तब तक के लिए वह एयरपोर्ट पर ही रहना चाहता है। वहीं, नई दिल्ली में जर्मन दूतावास के एक प्रवक्ता ने सोमवार को हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि जेबैट को जर्मनी वापस जाने की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

इसके अलावा, अधिकारियों ने बताया, 'एक जर्मन नागरिक 18 मार्च को दिल्ली होते हुए हनोई से इस्तांबुल जा रहा था। भारत ने 18 मार्च को तुर्की से आने और जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी थीं इसलिए जर्मन नागरिक दिल्ली हवाई अड्डे की टर्मिनल संख्या तीन पर फंस गया।'

अधिकारियों ने कहा कि जर्मनी में उस व्यक्ति के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज है, इसलिए वह वहां नहीं जाना चाहता। उन्होंने कहा, 'जर्मन व्यक्ति को 18 मार्च से भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वह ट्रांजिट एरिया में रह रहा है। नागर विमानन मंत्रालय और जर्मन दूतावास को इसकी सूचना दे दी गई है।'

इस विषय पर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) के प्रवक्ता ने कहा, 'हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि दिल्ली हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के ट्रांजिट एरिया में एक विदेशी नागरिक है, जो आगे की नियमित उड़ान न मिलने के कारण फंसा हुआ है।'

डीआईएएल के प्रवक्ता ने कहा, 'संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है। वे विदेशी नागरिक के संपर्क में हैं।' कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के वास्ते भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है और इस दौरान सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध है। तुर्की और चीन से आने और जाने वाली सभी उड़ानें 25 मार्च के पहले से निलंबित हैं।   

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