नॉर्थ इंडिया में लू के थपेड़ों से जीना मुहाल, दिल्ली में रिकॉर्डतोड़ गर्मी, जानें कब मिलेगी राहत

Update: 2020-05-27 06:36 GMT

नई दिल्ली। कोरोना कहर के बीच दिल्ली, यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। समूचा उत्तर और पश्चिम भारत मंगलवार को भीषण गर्मी से झुलसता रहा। दिल्ली में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने राजधानीवासियों का जीना मुहाल कर रखा है। दिल्ली में कल का दिन यानी 26 मई सालों बाद सबसे गर्म दिन रहा। 26 मई की गर्मी ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वहीं, आग बरसाते सूरज की तपिश से राजस्थान के चुरू में पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो पिछले 10 वर्षों में मई के माह में दूसरा अधिकतम तापमान है।

दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन में 18 साल के बाद मंगलवार को मई महीने का सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तो वहीं पालम ने वेदर स्टेशन ने भी दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 2010 के बाद 26 मई 2020 को यानी मंगलवार को पालम में सबसे अधिक 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, वहीं सफदरजंग में 2002 के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला कि तापमान 46 डिग्री सेल्सियस पहुंचा।

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में 18 साल के बाद मंगलवार को मई महीने का सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में लोग चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों का सामना कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक दर्ज किया गया। वहीं पालम इलाके में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिल्ली का सफदरजंग वेधशाला जो पूरे शहर के तापमान का प्रतिनिधि करता है वहां पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजधानीवासियों को बुधवार को भी लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को तापमान में थोड़ी नरमी देखने को मिलेगी।

दिल्ली में गुरुवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इसके चलते दिन के समय हल्के बादलों की आवाजाही होगी व रात में गरज-चमक के आसार हैं। इससे गुरुवार को तापमान 42 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। शुक्रवार व शनिवार को धूल भरी आंधी, गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। सफर के मुताबिक अरब देशों की ओर से आने वाली हवा अपने साथ धूल लेकर आ रही है। इससे राजस्थान-दिल्ली समेत कई हिस्सों में धूल भरी आंधी की संभावना है।

वहीं, राजस्थान के चुरू में पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो पिछले 10 वर्षों में मई के माह में दूसरा अधिकतम तापमान है। इससे पहले वर्ष 2016 में 19 मई को चुरू में पारा 50.2 डिग्री तक गया था। चुरू से लगते हरियाणा के हिसार का पारा 48 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे पश्चिमोत्तर क्षेत्र में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

यूपी-बिहार में झुलस रहे आम जनजीवन को फौरी तौर पर राहत के रूप में बादलों का जमावड़ा शुरू हो गया है और अगले 48 घंटों में धूल भरी आंधी के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। पूर्वोत्तर के असम और मेघालय में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

उत्तर प्रदेश के बांदा और प्रयागराज में पारा 48 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जबकि झांसी और आगरा में 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भीषण गर्मी से बेहाल जनजीवन को अभी दो दिन यह ग्रीष्म लहर बर्दाश्त करनी होगी। लखनऊ में मंगलवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने 29 व 30 मई को प्रदेश के विभिन्न अंचलों में तेज धूल भरी आंधी और फिर गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार जताए हैं। बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय मौसमी परिवर्तन की वजह से होगा।

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